वह चिज़ें जिस से नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने हमें मना फ़रमाया है ।
1. न किसी को नुक़्सान पहुंचाओ न नुक़्सान पहुंचाने का ज़रिया बनो । [अहमद]
2. नफ़रतें न फैलाओ । [अहमद]
3. पैसाब या पाख़ाना करते वक़्त क़िबला की तरफ़ मुंह और पीठ न करे । [अबु दाऊद]
4. बर्तन मे सांस न ले । [मुस्लिम]
5. सिधे हाथ से शर्मगाह न छुऐ । [मुस्लिम]
6. खड़े हो कर पैसाब न करे । [इब्न माजह]
7. गुस्ल ख़ाने मे पैसाब न करे । [अबु दाऊद]
8. रोज़ाना कंगी न करे । [अबु दाऊद]
9. पैसाब और पाख़ाना रोक कर नमाज़ न पढ़े । [इब्न माजह]
10. क़ज़ा ए हाज़त के वक़्त बात न करे । [अबु दाऊद]
11. किसी को उठा कर उस की जगह न बैठे । [बुखारी]
12. कच्चा लहसन और पयाज़ खा कर मस्जिद मे न आए । [मुस्लिम]
13. नमाज़ी के आगे से न जाए । [बुखारी]
14. नमाज़ मे इधर उधर न झांके । [अबु दाऊद]
15. वज़ू के बाद दोनो हाथों की उंगलीयाँ एक दुसरे मे न ड़ाले । [अबु दाऊद]
16. जुमा के दिन ख़ुत्बे के दौरान कुछ न बोले । [मुस्लिम]
17. मैय्यत पर नोहा न करे । [इब्न माजह]
18. मौत की तमन्ना न करो । [तिर्मिज़ी]
19. झुट बोल कर कुछ न बेचे । [बुखारी]
20. मर्द सोना और रेशम न पहने । [नसाइ]
21. च्युंटी और शहद की मख्खी न मारे । [अबु दाऊद]
22. मेंड़क न मारे । [अबु दाऊद]
23. उलटे हाथ से न खाए और न पिये । [मुस्लिम]
24. बर्तन के बीच मे से न खाओ । [तिर्मिज़ी]
25. खाने के बाद उंगलीयाँ चाटने से पहले उसे साफ़ न करो । [मुस्लिम]
26. न बर्तन मे सांस ले न ही उस मे फूंक मारे । [अबु दाऊद]
27. मश्किज़े [बोतल, जग, वगैरा] मे मुंह लगा कर पानी न पिये । [बुखारी]
28. जब तुम मे से कोई पिये तो बर्तन मे सांस न ले । [बुखारी]
29. सोने चांदी के बर्तनों मे न पियो न खाओ । [बुखारी]
30. तुम मे से कोई भी खड़े हो कर न पिये । [मुस्लिम]
31. वालदैन की क़सम न खाओ । [बुखारी]
32. मुसलमान के ख़िलाफ़ हथयार न उठाओ । [बुखारी]
33. चुगल ख़ोरी न करो । [बुखारी]
34. ज़माने को बुरा न कहो । [बुखारी]
35. जादुगर के पास न जाओ । [बुखारी]
36. घरों मे [जानदार की] तस्वीर न रखो । [तिर्मिज़ी]
37. [जानदार की] तस्वीर न बनाओ । [तिर्मिज़ी]
38. खड़े हो कर जुता न पहने । [अबु दाऊद]
39. मर्द औरतों जैसा कपड़ा न पहने । [अबु दाऊद]
40. औरतें मर्दों जैसा कपड़ा न पहने । [अबु दाऊद]
41. औरतें बारीक और फ़िट कपड़ा न पहने । [मुस्लिम]
42. सिर्फ़ एक जुता पहेन कर न चले । [बुखारी]
43. नमाज़ ए इशा से पहले न सोए । [अबु दाऊद]
44. किसी के घर मे न झांको । [बुखारी]
45. [अजनबी] औरतों के पास [तन्हाई मे] न जाओ । [बुखारी]
46. दो आदमी तिसरे को छोड़ कर काना फुसी न करे । [मुस्लिम]
47. किसी मुसलमान से तीन दिन से ज़्यादा नाराज़गी न रखो । [मुस्लिम]
48. ग़ुस्सा न करो । [बुखारी]
49. किसी के चेहरे पर न मारे । [मुस्लिम]
50. एक दुसरे पर हसद न करो । [मुस्लिम]
51. एक दुसरे से दिली दुशमानी न रखो । [मुस्लिम]
52. मुर्दों को बुरा न कहो । [बुखारी]
53. लोगों को हंसाने के लिये झुट न बोलो । [अबु दाऊद]
54. रास्तो पर बैठने से बचो । [मुस्लिम]
55. बेचने ख़रीदने मे क़सम न खाओ । [मुस्लिम]
56. यहुदीयों और इसाईयों का तरीक़ा न अपनाओ । [तिर्मिज़ी]
57. कोई किसी को क़त्ल न करे । [अबु दाऊद]
58. कोई किसी को ज़ख़्मी न करे । [अबु दाऊद]
59. लेटते वक़्त एक टांग दुसरी टांग पर न रखे । [तिर्मिज़ी]
60. क़िबला की तरफ़ न थुको । [अबु दाऊद]
61. क़िबला की तरफ़ नाक साफ़ न करो । [इब्न हब्बान]
62. टेक लगा कर न खाए । [इब्न असाकिर]
63. औरत शौहर की इजाज़त के बगैर घर से न निकले । [अबु दाऊद]
64. अपनी बीवी को ग़ुलामों की तरह न मारे । [बुखारी]
65. कोई शौहर अपनी बीवी से बुग़्ज़ न रखे । [मुस्लिम]
ऐ अल्लाह! हमें हर तरह की बुराई से बचा और हमें मुत्तक़ी व परहेज़गार बना दे ।
आमीन
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