Friday, 4 May 2018

ये विरोध जिन्ना का नही तुम्हारा है! یہ مخالفت جناح کی نہیں تمھاری ہے

ये विरोध जिन्ना का नही तुम्हारा है! 

یہ مخالفت جناح کی نہیں تمھاری ہے

ہندوستانی مسلمانوں نے جناح کو تو 1947 میں ہی مسترد کردیا تھا جب منتخب کرنے کا وقت آیا تو جناح کا پاکستان نہیں مولانا ابوالکلام آزاد کا بھارت منتخب کرکے ہم جناح والے نہیں مولانا آزاد والے ہیں۔
اے ایم یو میں 1938 سے لٹکی ہوئی جناح کی تصویر ا کی مخالفت آج کیوں ہورہی ہے؟
تو سن لو یہ مخالفت جناح کی نہیں اے ایم یو کی ہے اور 2019 کی تیاری ہے تو جناح کی مخالفت ہوتا تو یہ مخالفت ’جناح محل‘ کی کرتے جس پر مہاراشٹر حکومت کروڑوں روپے بحالی میں خرچ کرتی ہے یا جناح ٹاور کی کرتے جس پر آندھرا پردیش حکومت خرچ کرتی ہے
اگر مخالفت جناح کا ہوتی تو یہ مخالفت برٹا نیہ بسکٹ، گو ایئر، آئی پی ایل کی ٹیم کنگ اےلےون پنجاب، واڈیا گروپ کی کرتے جس کی مالک جناح کی اکلوتی بیٹی دینا جناح کے بیٹے نسلی واڈیا اور جہانگیر واڈیا ہے۔
یہ مخالفت جناح کی نہیں تمھاری ہے۔تمھاری علی گڑھ مسلم یونیورسٹی کی ہے، جو رن وے ہے تمھاری بلند پرواز کا کیونکہ آپ نے اقرا پر عمل کرنا شروع کردیا ہے۔

भारतीय मुसलमानों ने जिन्ना को तो 1947 में ही नकार दिया था जब चुनने का वक्त आया तो जिन्ना का पाकिस्तान नही मौलाना अब्दुल कलाम आज़ाद का भारत चुना हम जिन्ना वाले नही मौलाना आज़ाद वाले है।
AMU में 1938 से लटकी जिन्ना की फोटो का विरोध आज क्यों?
तो सुनलो ये विरोध जिन्ना का नही AMU का है और 2019 की तैयारी है अगर जिन्ना का विरोध होता तो ये विरोध "जिन्ना महल" का करते जिस पर महाराष्ट्र सरकार करोड़ो रूपये रखरखाव में खर्च करती है या जिन्ना टावर का करते जिस पर आंध्रप्रदेश सरकार खर्च करती है
अगर विरोध जिन्ना का होता तो ये विरोध बर्टार्निया बिस्किट, गो एयर, आईपीएल की टीम किंग एलेवन पंजाब,वाडिया ग्रुप का करते जिसके मालिक जिन्ना की इकलौती बेटी दीना जिन्ना के पुत्र नुस्ली वाडिया और जहांगीर वाडिया है।
ये विरोध जिन्ना का नही तुम्हारा है तुम्हारी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का है जो हवाई पट्टी है तुम्हारी ऊँची उड़ानों की क्योंकि तुमने इक़रा पर अमल करना शुरू करदिया है।


No comments:

Post a Comment