पतंग उडाने के 24 नुकसान
⭕आजका सवाल नंबर १२२२⭕
इस्लामी शरीयत में पतंग उडाना ना जाईज क्यूं है ?
जवाब
حامدا و مصلیا و مسلما
पतंग उडाने के बहुत ही ज्यादा दुनियवी और उखरवी नुकसानात है जिसकी वजह से उसका उडाना नाजाईज है.
पतंग उडाने के 24 नुकसानात नीचे के मुताबिक है.
पतंग उडाने के 24 नुकसानात नीचे के मुताबिक है.
1. फूज़ुल खर्ची माल व सलाहियत का बर्बाद करना
2. पतंग की तरफ नज़र होने की वजह से नीचे गीर कर मर जाने या ज़ख्मी होने का खतरा.
3. रास्ते से गुजरने वाले कितने ही बेकसूर इन्सान के गले कटने की वजह से मारे गए या सख्त ज़ख्मी हुए.
4. ज़ख्मी होने वाले मज़लुमो की बददुआ लगना या मरने वाले की बेवा और यतीमो की बददुआ और हाय लगना.
5. कितने ही मासूम परीन्दो (पक्षी) इस की दोरी से कट कर मर जाते है या ज़ख्मी होते है.
6. पतंग अकसर टेरस ओर छत पर चढ़ कर उड़ाई जाती है जिस की वजह से आस पास के धरोंकी बेपर्दगी और बदनिगाही होती हैं.
7. शरीफ बा परदा औरतों को कपडे सुखाने में और खिड़की दरवाजे बंद रखने में तकलीफ होती है.
8. रोड पर पतंग लुटनेवाले की एक्सीडेंट दुर्घटना हो जाती है.
9. गाडी चलाने वाले भी बाज़ मरतबा इनकी वजह से गाड़ी के साथ गीर कर ज़ख्मी होते है या उनकी गाडी का नुकसान होता है .
10. गाडी चलाने वाले के दरमियांन अचानक दोरी आने के हर वक्त डर की वजह और इन पतंग लूटने वालो की वजह से गाडी चलाने में तकलीफ होती हैं.
11. मस्जिद की जमात बल्कि खुद की नमाज से गाफिल हो जाता है.
12. पुरा दिन पतंग उडाने में गुजरने की वजह से बडों की दूकान ओर नौकरी का हरज और बच्चों के मदरसा की स्कूल की पढाई का नुकसान.
13. हर एक की नियत दूसरे का पतंग काटने की होने की वजह से नुकसान पहुंचाने का गुनाह.
14. जिसका पतंग कट गया उसके दिल में अदावत और की़ना, और उसका पतंग काटकर बदला लेने के जज़्बात का पैदा हो जाना.
15. शोरगुल, सीटीयां,ओर डी.जे. की वजह से, आराम करनेवाले बीमार, बुढे, और के़लुल्लाह करनेवाले नेक बन्दोंकी नींद में खलल पहोंचाना.
16. म्युजीक ओर गाना सुनने ओर सुनना न चाहने वालों को सूनाने का गुनाह होगा.
17. नमाज के वक्त भी जोर से डी.जे. बजाने की वजहसे इमाम की कीऱात ओर मुसललीओं की नमाज़ में खलेल पड़ना
18. कई दिन तक घुप में पतंग उडाने की वजहसे जिस्मानी रंग ओर आंखो की रौशनी पर असर पडना.
19. गैरो की मुशाहबत कॉपी होने की वजहसे क़यामत में उनके साथ हश्र होना, उन्हीं में शुमार होना.
20. पतंग लुटने के गुनाह.
21. उसकी डोरी तोड कर चुराने के गुनाह.
22. ऐसा फुजूल काम जिस में दुनिया व आखिरत का कोई नफा नही,कीमती वक़्त जाया करना.
23. गैरों के इस त्योहार को अच्छा समजने और इन गुनाहों पर खुश होनेकी वजह से इमान के बर्बाद ओर काफिर हो जाने का खतरा.
24. मौत क़ा कोई वक्त तय नहीं, गैरों का त्यौहार और इन तमाम गुनाहों को करते करते अचानक मौत आ गइ तो खातमा बुरा हो जाना.
वगैरह बहुत सारे नुकसान है, लिहाज़ा इस मेसेज को खूब फौरवर्ड करें, अपने घर वालों को सुनायें. और पतंग की लानत से खुद बचे और अपने बच्चों को खास बचाये, बचपन ही से इसकी नफरत डाले.
و الله اعلم بالصواب
✍मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
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गुज.हिंदी उर्दू पर्चों के लिए
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پتنگ بازی… جو حکم کبوتر کے پیچھے دوڑنے کاہے ، وہی حکم پتنگ کے پیچھے دوڑنے کا ہے، یعنی ناجائز۔ حدیث میں ایسے شخص کو شیطان قرار دیا گیا ہے۔ (ابوداؤد) اس میں بھی اور ناجائز کھیلوں کی طرح متعدد مفاسد ومضرتیں پائی جاتی ہیں اور بعض علاقوں میں خاص مواقع پر ”بسنت منانے“ کے عنوان سے وہ ہلڑ بازی ہوتی ہے کہ خدا کی پناہ! اس کے علاوہ قوم کے لاکھوں کروڑوں روپے محض پتنگ بازی کی نذر ہو جاتے ہیں ۔ بعض اوقات چھتوں سے گر کر جان کا ضیاع بھی ہوتا ہے ،کٹی ہوئی پتنگ کو زبردستی لوٹ لیا جاتا ہے ، بے پردگی الگ ہوتی ہے اور ان ا مورِ قبیحہ کی وجہ سے پتنگ بازی بھی شرعی نقطہ نظر سے ممنوع ہے۔
http://www.farooqia.com/ur/lib/1435/08/p49.php
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پتنگ بازی میں پیسوں اور وقت کا ضیاع ہےاور مختلف مواقع پر کئی انسانی جانوں کے ضیاع کی نوبت بھی آچکی ہے، نیز بسنت ہندوانہ رسم ہے، لہذا پتنگ بازی یا بسنت منانا جائز نہیں ہے اور پتنگ پکڑنا بھی جائز نہیں ہے۔
http://www.banuri.edu.pk/readquestion/patang-bazi-or-basant-mananay-ka-hukum/-0001-11-30
http://www.farooqia.com/ur/lib/1435/08/p49.php
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پتنگ بازی میں پیسوں اور وقت کا ضیاع ہےاور مختلف مواقع پر کئی انسانی جانوں کے ضیاع کی نوبت بھی آچکی ہے، نیز بسنت ہندوانہ رسم ہے، لہذا پتنگ بازی یا بسنت منانا جائز نہیں ہے اور پتنگ پکڑنا بھی جائز نہیں ہے۔
http://www.banuri.edu.pk/readquestion/patang-bazi-or-basant-mananay-ka-hukum/-0001-11-30
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