हम, जो 1950-1985 के बीच जन्में है, हमें विशेष आशीर्वाद प्राप्त हैँ .....और ऐसा भी नही कि आधुनिक संसाधनों से हमें कोई परहेज है......!!!
लेकिन.....
हमें कभी भी जानवरों की तरह किताबों को बोझ की तरह ढो कर स्कूल नही ले जाना पड़ा ।
हमारें parents को हमारी पढाई को लेकर कभी अपने programs आगे पिछे नही करने पड़ते थे...!
स्कूल के बाद हम देर सूरज डूबने तक खेलते थे
हम अपने real दोस्तों के साथ खेलते थे; net फ्रेंड्स के साथ नही ।
जब भी हम प्यासे होते थे तो नल से पानी पीना safe होता था और हमने कभी bottle नही ढूँढा ।
हम कभी भी चार लोग गन्ने का जूस share करके भी बीमार नही पड़े ।
हम एक प्लेट मिठाई और चावल रोज़ खाकर भी मोटे नही हुए ।
नंगे पैर घूमने के बाद भी हमारे पैरों को कुछ नही होता था ।
हमें healthy रहने के लिए supplements नही लेने पड़ते थे ।
हम कभी अपने खिलोने खुद बना कर खेलते थे ।
हम ज्यादातर अपने parents के साथ या उनके पास ही रहे ।
हम अक्सर 4/6 भाई बहन एक जैसे कपड़े पहनना शान समझते थे..common. वाली नही एकतावाली feelings ...enjoy करते थे......!
हम डॉक्टर के पास नहीं जाते थे, पर डॉक्टर हमारे पास आते थे हमारे बीमार होने पर ।
हमारे पास न तो मोबाइल, DVD's, Play station, Xboxes, PC, Internet, chatting, क्योंकि हमारे पास real दोस्त थे ।
हम दोस्तों के घर बिना बताये जाकर मजे करते थे और उनके साथ खाने के मजे लेते थे। कभी उन्हें कॉल करके appointment नही लेना पड़ा ।
हम एक अदभुद और सबसे समझदार पीढ़ी है क्योंकि हम अंतिम पीढ़ी हैं जो की अपने parents की सुनते हैं...........और साथ ही पहले जो की अपने बच्चों की सुनते हैं ।
We are not special, but
LIMITED EDITION and enjoying generation gap......
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