Sunday, 5 June 2016

آر ایس ایس کی آئی اے ایس فیکٹری आरएसएस की आईएएस फैक्ट्री

ایس اے ساگر

ایک دھماکہ خیز انکشاف میں پتہ چلا ہے کہ اس مرتبہ پبلک سروس کمیشنن میں کل 1078 امیدوار منتخب کئے جارہے ہیں. ان میں سے تقریبا 60 فیصد یعنی 646 کامیاب مدمقابل طالب علموں کی کامیابی کو آر ایس ایس کے کوچنگ ادارے 'سنکلپ' نے اپنی کوچنگ کا نتیجہ قرار دیا ہے. اسے سنتے ہی سوال یہ پیدا ہوتا ہے کہ کیا آر ایس ایس آئی اے ایس تیار کرنے کی فیکٹری چلا رہا ہے؟ ایک ہی ادارے کے کوچنگ سینٹرز سے اتنی بڑی تعداد میں ملک کے مشکل ترین امتحان کو پاس کرنا واقعی چونکانے والا امر ہے. اس امتحان کے لئے تقریبا 10 لاکھ امیدواروں نے درخواست دی تھی. پری لمس امتحان 4.65 لاکھ امیدواروں نے دیا تھا. ایسی صورتحال میں یہ نتائج حکومت اور آر ایس ایس کی ساز باز کی جانب اشارہ کرتے ہیں .

کیا ہے 'سنکلپ' کا حال :

ملک بھر میں 'سنکلپ' کے محض 14 مراکز ہیں. ظاہر ہے ایک ہی انسٹی ٹیوٹ سے 646 امیدواروں کا کامیاب ہونا شک و شبہات پیدا کرتا ہے. دینا ناتھ بترا اس کوچنگ سینٹر کے ایڈوائزری بورڈ میں شامل ہیں، اور جگموہن مینٹور کی لسٹ میں ہیں. مسٹر بترا نصابی کتابوں کے بھگوا کرن کے معروف رہنما ہیں جبکہ جگموہن اور آر ایس ایس کے تعلقات کسی سے پوشیدہ نہیں ہیں. اس سے آپ اندازہ لگا سکتے ہیں کہ وہاں کیا سکھایا جا رہا ہے. اس کوچنگ کی ویب سائٹ پر واضح طور پر درج ہے کہ یہاں کس نظریہ کے لوگ تیار کئے جاتے ہیں.

سنگھی نظریات کو فروغ :

اس سے یہ بھی سوالیہ نشان قائم ہو رہا ہے کہ کیا ملک کے زیادہ تر آئی اے ایس سنگھ کے نظریات فروغ د ینے کے لئے تیار کئے جا رہے ہیں . اگر اس انسٹی ٹیوٹ کا 646 امیدواروں کی کامیابی کا دعوی درست ہے تو یہ بہت بڑی بدعنوانی کی طرف اشارہ کرتا ہے کیونکہ ملک میں متعدد کوچنگ انسٹی ٹیوٹ اور اداروں کی بھی کمی نہیں ہے. ملک کے لاکھوں امیدوار اس امتحان میں حصہ لیتے ہیں. 'سنكلپ' کے مراکز سول سروس کے انٹرویو کے امیدواروں کو تیاری کرواتی ہے. اس بات کا اندیشہ ہے کہ 'سنکلپ' آر ایس ایس کے نظریات کے مطابق تیاری کرواتا ہے اور چونکہ یو پی ایس سی میں آر ایس ایس کے حامی رکن بن کر آ رہے ہیں، اس لئے ایسے امیدواروں کو ترجیح مل رہی ہے. حال ہی میں، دہلی پولیس کے سابق کمشنر بھیم سنگھ بسی یو پی ایس سی کے رکن بنائے گئے ہیں. بسی جے این یو میں طالب علموں کے استحصال کے لئے بدنام ہیں.

گورو سمان سماروہ :

ان تمام حقائق کے باوجود ادارے کی جانب سے 'گرو سمان سماروہ -2016' پروگرام منعقد کروایا جا رہا ہے. اس پروگرام میں نئے آئی اے ایس امیدواروں کو آر ایس ایس کے شریک سركاريواه ڈاکٹر كرشن گوپال خطاب کریں گے. آپ کو بتا دیں کہ اس مرتبہ کامیابی حاصل کرنے والے حریف میں عام رینج سے 499، او بی سی کوٹے سے 314، سپریم کورٹ کوٹے سے 176 اور درج فہرست قبائل کوٹے سے 89 افراد شامل ہیں.

EXCLUSIVE:

यूपीएससी का सबसे बड़ा घोटाला, आरएसएस की आईएएस फैक्ट्री

Written by : भवेंद्र प्रकाश
Date : 2016-06-04

नई दिल्ली। इस बार लोक सेवा परीक्षा में कुल 1,078 लोग चुने गए हैं। इनमें से करीब 60 फीसदी यानी 646 सफल प्रतियोगी छात्रों की सफलता को आरएसएस की कोचिंग संस्था 'संकल्प' ने अपनी कोचिंग का नतीजा बताया है। इसे सुनते ही सवाल खड़ा होता है कि क्या आरएसएस आईएएस तैयार करने की फैक्ट्री चला रहा है? एक ही संस्था के कोचिंग सेंटर्स से इतनी बड़ी संख्या में देश की कठिनतम परीक्षा पास करना वाकई चौंकाने वाला है। इस परीक्षा के लिए लगभग 10 लाख लोगों ने आवेदन किया था। प्रिलिम्स परीक्षा 4.65 लाख लोगों ने दी थी। ऐसे में यह परिणाम सरकार और संघ की साठगांठ की ओर इशारा करता है।

देश भर में संकल्प के सिर्फ 14 सेंटर हैं। जाहिर है एक ही इंस्टिट्यूट से 646 कैंडिडेट का कामयाब होना संदेह पैदा करता है। दीनानाथ बत्रा इस कोचिंग सेंटर के एडवायजरी बोर्ड में हैं, और जगमोहन मेंटोर की लिस्ट में हैं। श्री बत्रा पाठ्यपुस्तकों के भगवाकरण के अग्रणी नेता हैं, जबकि जगमोहन और आरएसएस के रिश्ते जगजाहिर हैं। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि वहां क्या सिखाया जा रहा है। इस कोचिंग की वेबसाइट पर स्पष्ट तरीके से दर्ज है कि यहां किस विचारधारा के लोग तैयार किए जाते हैं।

इससे यह भी सवाल उठ रहा है कि क्या देश के ज्यादातर आईएएस संघ की विचारधारा प्रसारित करने के लिए तैयार किए जा रहा हैं। अगर इस संस्थान का 646 प्रतियोगियों की सफलता का दावा सटीक है तो यह भारी स्कैम की ओर इशारा करता है क्योंकि देश में अनेकों कोचिंग संस्थान हैं और प्रतिभाओं की भी कमी नहीं है। देश के लाखों अभ्यर्थी इस परीक्षा में भाग लेते हैं।संकल्प संस्था सिविल सर्विस के इंटरव्यू के लोगों कैंडिडेट्स को तैयारी कराती है। इस बात का अंदेशा है कि संकल्प आरएसएस की विचारधारा के अनुसार तैयारी कराता है और चूंकि यूपीएससी में आरएसएस के समर्थक ही सदस्य बनकर आ रहे हैं, इसलिए ऐसे कैंडिडेट्स को तरजीह मिल रही है। हाल ही में, दिल्ली पुलिस के पूर्व कमिश्नर भीम सिंह बस्सी यूपीएससी के सदस्य बनाए गए हैं। बस्सी जेएनयू में छात्रों के दमन के लिए बदनाम रहे हैं।

इस सबके बावजूद संस्था की ओर से 'गुरु सम्मान समारोह-2016' कार्यक्रम कराया जा रहा है। इस कार्यक्रम में नए आईएएस अभ्यर्थियों को आरएसएस के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल संबोधित करेंगे। आपको बता दें कि इस बार सफलता पाने वाले प्रतियोगियों में सामान्य श्रेणी से 499, ओबीसी कोटे से 314, अनुसूचित जाति कोटे से 176 और अनुसूचित जनजाति कोटे से 89 लोग शामिल हैं।

  
http://m.nationaldastak.com/news-view/story/upscs-biggest-scam-rss-ias-factory/
विस्फोट जानकारी

IAS officers set to get RSS feed http://m.indiatoday.in/story/ias-officers-set-to-get-rss-feed/1/683609.html

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