Wednesday, 9 September 2015

पीएम के विदेश यात्राओं पर 37 करोड़ रुपये खर्च

हिमांशी धवन, नई दिल्ली
लंबे वक्त से पीएम के विदेश दौरों पर उन पर हुए
खर्च पर तमाम तरह के अनुमान लगाए जा रहे
थे। अब एक आरटीआई के जवाब में इसका
खुलासा हो गया है। पता चला है कि पिछले
एक साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की
विदेश यात्राओं पर 37 करोड़ रुपये खर्च किए
गए। इनमें सबसे महंगी ट्रिप
ऑस्ट्रेलिया की रही है। हासिल किए गए
दस्तावेज में बताया गया है कि जून 2014 से
जून 2015 के बीच पीएम की 16 देशों की
यात्रा पर 37.22 करोड़ रुपये का खर्च आया।
हालांकि, इस दौरान पीएम ने 20 देशों की
यात्रा की लेकिन जापान, श्रीलंका,
फ्रांस और साउथ कोरिया में उच्चायोगों ने
लोकेश बत्रा की आरटीआई का जवाब नहीं
दिया है। बत्रा ने हर देश से पीएम की यात्रा
से जुड़े खर्च की जानकारी मांगी थी।
इसमें पता चला कि मोदी की सबसे महंगी
यात्रा ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, जर्मनी,
फिजी और चीन की रही और उनके भूटान
दौरे पर सबसे कम खर्च आया। इस दौरे पर
सिर्फ 41.33 लाख रुपये का खर्च बताया
गया है। ऑस्ट्रेलिया में उच्चायोग ने 5.60
करोड़ रुपये सिर्फ पीएम और उनके डेलिगेशन के
होटेल स्टे पर खर्च किए, जबकि किराए पर
ली गई कारों पर 2.40 करोड़ रुपये का खर्च
आया।
2014 में न्यू यॉर्क के दौरे पर गए पीएम के
एसपीजी डेलिगेशन के होटेल स्टे पर 9.16
लाख रुपये खर्च हुए, वहीं खुद मोदी और
पीएमओ व विदेश मंत्रालय के अधिकारियों
के होटेल स्टे पर 11.51 लाख रुपये का खर्च
आया।
पीएम और उनके साथ गई टीम न्यू यॉर्क पैलेस
होटेल में ठहरी थी। इसके अलावा, एसपीजी
के लिए किराए पर ली गई कारों पर 39 लाख
रुपये का खर्च आया था जबकि प्रसार
भारती की कवरेज पर तीन लाख रुपये खर्च
हुआ। इसी तरह, जर्मनी में भारत के दूतावास
ने वीवीआईपी डेलिगेशन के होटेल स्टे पर
3.80 लाख रुपये खर्च किए थे। इसके अलावा
1.31 लाख रुपये रोज के भत्तों पर और 19,405
रुपये लोकल ट्रेवल पर खर्च हुए।
चीन में सरकार ने 1.06 करोड़ रुपये होटेल स्टे
पर, 60.88 लाख रुपये किराए की कारों पर,
5.90 लाख रुपये एयरक्राफ्ट से जुड़े खर्चों पर
और 9.80 लाख रुपये अधिकारियों के डेली
भत्तों पर खर्च किए। पीएम मोदी के
बांग्लादेश दौरे पर भी सरकार ने 1.35 करोड़
रुपये खर्च किए। इसमें 19.35 लाख रुपये होटेल
स्टे, 28.55 लाख रुपये सुनने और अनुवाद करने
वाली मशीनों पर और 13.83 लाख रुपये
इंटरनेट पर खर्च किए गए।
पीएम मोदी पर अक्सर आरोप लगता रहा है
कि वह देश में कम ही दिन बिताते हैं। यह भी
पता चला है कि पहले साल में मोदी ने 17
देशों की यात्रा की, जिसके लिए वह 365
दिनों में से 53 दिन विदेश दौरे पर रहे। यह
पिछली सरकार से ज्यादा अलग नहीं है। पूर्व
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह यूपीए 2 के पहले
साल में 365 दिन में से 47 दिन विदेश दौरे पर
थे और उन्होंने इस दौरान 12 देशों की
यात्रा की थी।

PM’s foreign trips 
cost Rs 37 crore in first year
NEW DELHI: PM Narendra Modi's foreign trips cost the exchequer over Rs 37 crore with his Australia trip proving to be the most expensive one. 

Documents accessed under RTI Act reveal that Indian missions in 16 countries spent Rs 37.22 crore in one year. Modi visited 20 countries between June 2014 and June 2015. However, the missions in Japan, Sri Lanka, France and South Korea denied disclosure of information to RTI applicant Comm (retd) Lokesh Batra. Batra had approached individual missions seeking expense related information on the PM's trip. 

Among the most expensive trips were those to Australia, the US, Germany, Fiji and China while the cheapest trip was Bhutan which cost Rs 41.33 lakh. In Australia, the mission spent over Rs 5.60 crore on hotel stay for the PM and his delegation and Rs 2.40 crore on hiring cars. 

The PM's trip to New York in September 2014 incurred spending of Rs 9.16 lakh on hotel accommodation for the SPG delegation and Rs 11.51 lakh for hotel rooms for the PM, and officials of the foreign ministry and the PMO. The delegation stayed at the New York Palace Hotel. 


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