Sunday, 18 September 2016

तो झूठी महानता के भ्रम को समझ लीजिये!

एक भाई ने सैनिकों के ताबूतों का फोटो भेजा है और लिखा है " कश्मीर मे 17 सैनिकों के सम्मान मे जय हिन्द ज़रूर लिखें "

मैने उन्हें यह जवाब दिया है ,

आप कहते हैं कश्मीर मे 17 सैनिकों के सम्मान मे जय हिन्द ज़रूर लिखें,

जय हिन्द मतलब भारत राष्ट्र की जय,

भारत राष्ट्र की जय मतलब ,

भारत राष्ट्र की सेना की किसी युद्ध मे जय ,

क्योंकि अगर युद्ध ही नहीं होगा तो फिर किसीकी जय भी नहीं होगी ,

युद्ध नही होगा तो किसी की पराजय भी नहीं होगी ,

तो हमें जय के लिये एक युद्ध चाहिये ,

हमें युद्ध क्यों चाहिये ?

या तो भूमि पर कब्जे के लिये ,

या दूसरे पक्ष को अपमानित करने के लिये ,

ना तो आपको पड़ोसी राष्ट्र की भूमि चाहिये ,

ना पड़ोसी राष्ट्र को आपकी भूमि चाहिये ,

तो आप और आपका पड़ोसी राष्ट्र एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिये लड़ रहे हैं ,

आप और आपका पड़ोसी राष्ट्र जानता है कि आप दोनों मे से कोई भी आन्तिम रूप से कभी नहीं जीतेगा ,

दोनो राष्ट्र जानते हैं कि ऐसा कभी नहीं होगा कि दोनो मे से एक राष्ट्र मिट जायेगा और दूसरा राष्ट्र हमेशा के लिये मूंछ मरोड़ कर शान्ति से जियेगा ,

तो फिर ये दूसरे को नीचा साबित करने की लड़ाई है ,

लड़ाई यह साबित करने की कि तुम्हारे राष्ट्र के निवासियों का धार्मिक विश्वास हीन और क्रूर है ,

लड़ाई यह सिद्ध करने की है कि हमारा धर्म तुम्हारे राष्ट्र के धर्म के मुकाबले महान है ,

लड़ाई इस बात की है कि तुम्हारा राष्ट्र राजनैतिक तौर पर गलत और चालाक है ,

तो ना तो मैं यह मान सकता हूँ कि पड़ोसी देश के निवासियों के धार्मिक विश्वास के कारण मेरे राष्ट्र को पड़ोसी राष्ट्र से नफरत करनी चाहिये ,

ना मैं यह मानता हूँ कि पड़ोसी राष्ट्र के साथ राजनैतिक मुद्दों को सुलझाने के लिये सैनिकों को आगे करना चाहिये ၊

मेरे देश के सैनिक और पड़ोसी देश के सैनिक गरीब बन्दूकधारी मजदूर हैं ,

जो आर्डर मिलने पर दिये गये धन्धे के रूप मे हत्यायें कर देते हैं,

इस लिये चाहे मेरे राष्ट्र का सैनिक मरे या पड़ोसी राष्ट्र का सैनिक मरे ,

मुझे मनुष्य के मरने जितना दुखः होता है ,

अपने सैनिकों के मरने पर मेरे मन मे कोई गर्व या पड़ोसी राष्ट्र के प्रति गुस्सा नहीं आता ,

इसलिये जय हिन्द या जय पाकिस्तान की पुरानी बातों से आगे बढ़ने की तैयारी कीजिये,

ना आपका राष्ट्र महान है , ना आपकी सेना महान है ना आपका धर्म महान है ,

याद रखिये आप खुद को जितना महान मानते हैं ,

उतना ही महान आपका पड़ोसी राष्ट्र खुद को समझता है ,

यदि आप जवान लाशों का सिलसिला बन्द करना चाहते हैं ,

तो झूठी महानता के भ्रम को समझ लीजिये ,

और पड़ोसी से दोस्ती कर लीजिये .

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