Tuesday, 27 January 2015

अब फर्जी पत्रकार जाएंगे जेल……

समाजसे धोखाधडी करने वाला हर कोई अपराधी है उनमे से फर्जी पत्रकारोंने समाज और प्रशासन को परेशान करके रखा है। फर्जी पत्रकारों की बढ़ती संख्याके कारण उनके ऊपर कड़ी कारवाही करनेका आदेश महाराष्ट्र पुलिस को दे दिया है।
पत्रकार के आयडी कार्ड की जांच होगी...फर्जी पत्रकार बनके लोगोंसे तथा पुलिस से धोखाधड़ी करणेवाले पत्रकार और पत्रकारिता को बदनाम करने वाले अपराधियों पर पुलिस कारवाही करेगी,
अधिकृत पत्रकारोंका स्थानिक पुलिस ठाणे में होगा रजिस्ट्र्शन, केंद्र सरकार से मीडिया रजिस्ट्रेशन और कार्यालय से सभी अधिकृत कागज़पत्रों की जांच करने के बादहि वो पत्रकार वैद्य ठराया जाएगा। अधिकृत पत्रकारकोहि पुलिस अपराधी ख़बरों की जानकारी दे सकते है।
प्रेस लिखी अवैध गाड़िया, प्रेस लिखी अवैध कार्यालय होंगी सीज ! फर्जी प्रेस आयडी कार्ड होगी जांच की जायेगी, फर्जी पत्रकारों का होगा गोरख धंधा बंद !प्रदेश के कई जिलों में इनदिनों फर्जी पत्रकार बनने और बनाने का गोरख धंधातेजी से बढ़ता जा रहा है! सड़कों पर दिखने वाली हर चौथी गाड़ी में से एक गाड़ी में जरूर प्रेस लिखा रहता है। कई शहरों में अबतो पुलिस ने ऐसे फर्जी पत्रकारों के गैंग सहित उनकी बिना कागजात वाली गाड़िया भी सीज करनी शुरू कर उनके फर्जी आईडी प्रेस कार्ड के आधार पर मुकदमा शुरू कर दिया है ! ये फर्जी पत्रकार अपनी गाड़ियों में बड़ा बड़ा प्रेस का मोनोग्राम तो लगाते ही है साथ ही फर्जी आईडी कार्डभी बनवाकर अधिकारियो व लोगो को रौब में लेने का प्रयास भी करते है ! कुछ संस्थाए तो ऐसी है जो 1000 रूपये से लेकर 5000 हजार रूपये जमा करवाकर अपनी संस्थान का कार्ड भी बना देती है और बेरोजगार युवकों को गुमराह कर उनसे धन उगाही करवाती है लेकिन पकडे जाने पर वो संस्थाए भीभाग खड़ी होती ! लगातार बढ़ती फर्जी पत्रकारों की संख्यासे छोटे कर्मचारी से लेकर बढे अधिकारीभी परेशान है बल्कि खुद समाज  सम्मानित पत्रकार भी  अपमानित महसूस नजर आते है ! कुछ फर्जी पत्रकार तो अपनी गाड़ियों के आगे पीछे से लेकर वीआईपीविस्टिंग कार्ड भी छपवा रखे है जो लोग पुलिस की चेकिंग के दौरान उनको प्रेस (मीडिया )  का धौस भी दिखाते है  गाड़ी रोकने पर पुलिस कर्मी से बत्तमीजी पर भी उतारू हो जाते है इनमे से तो बहुत से ऐसे फर्जी पत्रकार है जो पेशे से तो भूमाफिया और अपराधी है जिनपर न जाने कितने अपराधिक मुक़दमे भी दर्ज है लेकिन अपनी खंचाड़ा गाड़ी से लेकर वीआईपी गाड़ी पर बड़ा बड़ा प्रेस मीडिया छपवा कर मीडिया को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ते ! लेकिन अब ऐसे पत्रकारों को चिन्हित कर पुलिस विभाग के साथ साथ सम्मानित पत्रकार संघ अपमानित करेगा जो पत्रकारिता के चौथे स्तम्भ को बदनाम करेगा ! और ये कार्यवाही कई जिलों में शुरू हो गयी है पत्रकारिता के नाम पर अपराधी किस्म के लोग पुलिस से बचने के बजाय अब जाएंगे जेल !

No comments:

Post a Comment