Thursday, 19 February 2015

مفتی الیاس کا جمعیت علماء سے کوئ نہیں ہے تعلق

ٹی وی چینلوں پر نشر کئے جارہے مفتی الیاس کے اس بیان پر کہ سارے ہندوستانی ہندو ہیں پر اپنا ردعمل ظاہر کر تے ہوئے جمعیت علماء مہاراشٹر قانونی امداد کمیٹی کے سکریٹری جناب گلزار احمد اعظمی نے کہاکہ مفتی الیاس کا جمعیت علماء سے کوئ تعلق نہیں ہے اور نہ ہی ماضی میں کبهی رہا
انہوں نے افسوس ظاہر کرتے ہوئے کہا کہ یہ شخص مولانا عبد السلام خان قاسمی کا حقیقی بڑا بهائ ہےاور جس طرح عبدالسلام قاسمی پچهلے دنوں جمعیت علماء کی جانب انتساب کرکے بی جی پی کی حمایت کرتے رہے اور جمعیت علماء کو اس کی تردید کرنی پڑی اسی نقش قدم پر ان کے بڑے بهائ بهی چل رہے ہیں جمعیت علماء کا اس کے بیان سے کوئ رشتہ ناطہ یں ہے

जमीयत के मुफ्ती का विवादित बयान
जमीयत उलेमा के मुफ्ती मोहम्मद इलियास ने विवादित बयान देते हुए कहा है कि भगवान शंकर मुस्लिमों के पहले पैगंबर हैं। उन्होंने कहा कि इस बात को मानने में मुसलमानों को कोई गुरेज नहीं है। मौलाना यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि मुसलमान भी सनातन धर्मी हैं और हिंदुओं के देवता शंकर और पार्वती हमारे भी मां-बाप हैं।
उन्होंने आरएसएस के हिंदू राष्ट्र वाली बात पर कहा कि मुस्लिम हिंदू राष्ट्र के विरोधी नहीं हैं। मुफ्ती मोहम्मद इलियास ने कहा कि जिस तरह से चीन में रहने वाला चीनी, अमेरिका में रहने वाला अमेरिकी है, उसी तरह से हिंदुस्तान में रहने वाला हर शख्स हिंदू है। ये तो हमारा मुल्की नाम है। उन्होंने कहा कि जब हमारे मां-बाप, खून और मुल्क एक है तो इस लिहाज से हमारा धर्म भी एक है।
इस दौरान मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल ने राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी सतेंद्र दास और शनि धाम के महंत हरदयाल शास्त्री के साथ मिलकर आतंकवाद का पुतला फूंका। जमीयत उलेमा का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को अयोध्या आया था।
जमीयत उलेमा 27 फरवरी को बलरामपुर में कौमी एकता का कार्यक्रम करने जा रहा है। इसी कार्यक्रम में अयोध्या के साधु-संतों को भी आमंत्रित करने के लिए प्रतिनिधिमंडल अयोध्या आया था। जमीयत के मुफ्ती इलियास के बयान का विरोध भी शुरू हो गया है। फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम ने इसे गलत बताया है।
फैजाबाद
आईबीएन-7 | 19-Feb 12:13 PM
IBN me bhi ye khabar video ke saath hai
http://m.ibnkhabar.com/news/136655/3/


Lord Shiva was Muslims' first prophet!

'Jamiat Ulema's' Mufti Muhammad Ilyas is being criticized by Muslim groups for saying Lord Shiva was Muslims' first prophet. According to reports, Thursday, 19 February 2015, he also said that all Muslims were the followers of Sanatan Dharma.
 “All religions are preaching the same message. We are Indians first and our message is of peace, harmony and brotherhood. The way people in China are called Chinese and in Japan are called Japanese, similarly we are called Hindustani,” Ilyas said.
“India is our birthplace and roots of our religion. Lord Shiva was Muslims' first prophet. Lord Shiva and Goddess Parvati are our creators and parents which is a reality,” he added.
 Mufti Mukarram Ahmed, Imam of Fatehpuri Masjid, rejected Ilyas’s statements.
 “We don’t accept what he said, it’s completely wrong. It’s no where written in Quran. This could be his political statement,” Mukarram said. A delegation of Jamiat Ulema visited Ayodhya on Wednesday to urge saints to participate in a conference on communal harmony on February 27 in Balrampur, Uttar Pradesh.


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