واہ رے مودی سرکار 17 روپے / کلوگرام
بیچ کے ملک کے لئے 45 روپے / کلو خریدا
پیاز
بیچ کے ملک کے لئے 45 روپے / کلو خریدا
پیاز
ایس اے ساگر
چند دنوں میں ملٹی نیشنل کمپنیوں سے لیکر جمع خوروں تک بے شمار افراد کے دلدر دور ہو چکے ہیں جبکہ عوام کو اپنی جیب کٹنے کا شاید احساس بھی نہ ہوا ہو...!!!
راجیو کمار نے ہفتہ، 29 اگست 2015کو
امر اجالا، نئی دہلی سے Updated @ 9:38 AM IST سنسنی خیز نتائج جاری کئے ہیں...
دوسروں کو فروخت کیا سستا پیاز
آنکھوں میں آنسو لانے والے پیاز کو امسال ملک سے باہر
محض 17-28 روپے فی کلو گرام کی شرح سے بھیجا گیا
لیکن اب اسی پیاز 45 روپے فی کلو گرام کی
شرح لانے کی تیاری کی جا رہی ہے.
دوسری طرف جمعہ کو ملک کی تھوک منڈیوں میں پیاز کے
قیمت 10 روپے فی کلو گرام تک گرگئے. پیاز کے تھوک
تاجروں کے مطابق پیاز کی قیمتوں میں کمی
کا رخ شروع ہو گیا ہے اور اب اس میں کمی ہوتی رہے گی
کیونکہ پیاز کی اندرون ملک مانگ کے مقابلے زیادہ ہوتی
جا رہی ہے.
حال ہی میں پیاز کی آسمان چھوتی ہوئی قیمتوں پر قابو پانے کیلئے
حکومت نے عوامی کمپنی ایم ایم ٹی سی کے ذریعے
10000 ٹن پیاز درآمد کرنے کا فیصلہ کیا. درآمد مہنگا پیاز
ایم ایم ٹی سی کی جانب سے جاری ٹینڈر جمعرات کو کھولا
گیا اور فی الحال 1000 ٹن پیاز 685 ڈالر فی ٹن کی
شرح درآمد کرنے کا فیصلہ کیا گیا.
ایک ڈالر کی قیمت 65 روپے ماننے پر بھی درآمد پیاز
کی قیمت 44.5 روپے فی کلو گرام ہوگی. اس
علاوہ ان کی ڈھلائی کی لاگت اور دیگر اخراجات کو شامل
کیا جائے تو اس کی قیمت 50 روپے فی کلو گرام تک
چلی جائے گی.
عجیب بات یہ ہے کہ رواں برس جون جولائی کے دوران
80000-100000 ٹن پیاز برآمد کیا گیا جبکہ
اس کی قیمت.محض 17-28 روپے فی کلو گرام تھی. 26 جون سے
پہلے تک پیاز برآمد کی کم از کم قیمت صرف 250 ڈالر
فی ٹن تھی جو کہ تقریبا 18 روپے فی کلو گرام
ہوتی ہے. اس اضافہ کی قیمت!
26 جون سے پیاز کی کم از کم برآمد قیمت کو بڑھا کر 425
روپے فی کلو گرام کر دیا گیا جو تقریبا 28 روپے
فی کلوگرام ہوتی ہے.
حکومت نے اب پیاز کی کم از کم برآمد قیمت کو 700 ڈالر
فی ٹن کر دیا ہے، لیکن تھوک تاجروں کا
کہنا ہے کہ پیاز کا زیادہ تر برآمد جولائی تک کر
دیا گیا.یہ الگ بات ہے کہ
پیاز کے تھوک تاجروں کے مطابق اگلے دو تین
دنوں میں پیاز کی خوردہ قیمت 50 روپے کلو گرام کی
سطح پر آ جائے گی. ریٹیل مارکیٹ میں پیاز کی قیمت 80
روپے تک چڑھ گئی ہے. آزاد پور منڈی میں بھی پیاز کی آمد
نکاسی کے مقابلے زیادہ رہی.
چند دنوں میں ملٹی نیشنل کمپنیوں سے لیکر جمع خوروں تک بے شمار افراد کے دلدر دور ہو چکے ہیں جبکہ عوام کو اپنی جیب کٹنے کا شاید احساس بھی نہ ہوا ہو...!!!
راجیو کمار نے ہفتہ، 29 اگست 2015کو
امر اجالا، نئی دہلی سے Updated @ 9:38 AM IST سنسنی خیز نتائج جاری کئے ہیں...
دوسروں کو فروخت کیا سستا پیاز
آنکھوں میں آنسو لانے والے پیاز کو امسال ملک سے باہر
محض 17-28 روپے فی کلو گرام کی شرح سے بھیجا گیا
لیکن اب اسی پیاز 45 روپے فی کلو گرام کی
شرح لانے کی تیاری کی جا رہی ہے.
دوسری طرف جمعہ کو ملک کی تھوک منڈیوں میں پیاز کے
قیمت 10 روپے فی کلو گرام تک گرگئے. پیاز کے تھوک
تاجروں کے مطابق پیاز کی قیمتوں میں کمی
کا رخ شروع ہو گیا ہے اور اب اس میں کمی ہوتی رہے گی
کیونکہ پیاز کی اندرون ملک مانگ کے مقابلے زیادہ ہوتی
جا رہی ہے.
حال ہی میں پیاز کی آسمان چھوتی ہوئی قیمتوں پر قابو پانے کیلئے
حکومت نے عوامی کمپنی ایم ایم ٹی سی کے ذریعے
10000 ٹن پیاز درآمد کرنے کا فیصلہ کیا. درآمد مہنگا پیاز
ایم ایم ٹی سی کی جانب سے جاری ٹینڈر جمعرات کو کھولا
گیا اور فی الحال 1000 ٹن پیاز 685 ڈالر فی ٹن کی
شرح درآمد کرنے کا فیصلہ کیا گیا.
ایک ڈالر کی قیمت 65 روپے ماننے پر بھی درآمد پیاز
کی قیمت 44.5 روپے فی کلو گرام ہوگی. اس
علاوہ ان کی ڈھلائی کی لاگت اور دیگر اخراجات کو شامل
کیا جائے تو اس کی قیمت 50 روپے فی کلو گرام تک
چلی جائے گی.
عجیب بات یہ ہے کہ رواں برس جون جولائی کے دوران
80000-100000 ٹن پیاز برآمد کیا گیا جبکہ
اس کی قیمت.محض 17-28 روپے فی کلو گرام تھی. 26 جون سے
پہلے تک پیاز برآمد کی کم از کم قیمت صرف 250 ڈالر
فی ٹن تھی جو کہ تقریبا 18 روپے فی کلو گرام
ہوتی ہے. اس اضافہ کی قیمت!
26 جون سے پیاز کی کم از کم برآمد قیمت کو بڑھا کر 425
روپے فی کلو گرام کر دیا گیا جو تقریبا 28 روپے
فی کلوگرام ہوتی ہے.
حکومت نے اب پیاز کی کم از کم برآمد قیمت کو 700 ڈالر
فی ٹن کر دیا ہے، لیکن تھوک تاجروں کا
کہنا ہے کہ پیاز کا زیادہ تر برآمد جولائی تک کر
دیا گیا.یہ الگ بات ہے کہ
پیاز کے تھوک تاجروں کے مطابق اگلے دو تین
دنوں میں پیاز کی خوردہ قیمت 50 روپے کلو گرام کی
سطح پر آ جائے گی. ریٹیل مارکیٹ میں پیاز کی قیمت 80
روپے تک چڑھ گئی ہے. آزاد پور منڈی میں بھی پیاز کی آمد
نکاسی کے مقابلے زیادہ رہی.
वाह रे मोदी सरकार! 17 रुपए/किलो
बेचकर देश के लिए 45 रुपए/किलो खरीदा
प्याज
राजीव कुमार शनिवार, 29 अगस्त 2015
अमर उजाला, नई दिल्ली Updated @ 9:38 AM IST
दूसरों के बेचा सस्ता प्याज
आंखों में आंसू लाने वाले प्याज को इस साल देश से बाहर
महज 17-28 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से भेजा गया
लेकिन अब उसी प्याज को 45 रुपये प्रति किलोग्राम की
दर से लाने की तैयारी की जा रही है।
दूसरी तरफ शुक्रवार को देश की थोक मंडियों में प्याज के
दाम 10 रुपये प्रति किलोग्राम तक गिरे। प्याज के थोक
कारोबारियों के मुताबिक प्याज की कीमतों में गिरावट
का रुख शुरू हो गया है और अब इसमें गिरावट होती रहेगी
क्योंकि प्याज की आवक मांग के मुकाबले अधिक होती
जा रही है।
हाल ही में प्याज की आसमान छूती कीमतों पर काबू के
लिए सरकार ने सार्वजनिक कंपनी एमएमटीसी के जरिए
10000 टन प्याज आयात करने का फैसला किया। आयात किया मंहगा प्याज
एमएमटीसी की तरफ से जारी टेंडर बृहस्पतिवार को खोला
गया और फिलहाल 1000 टन प्याज 685 डॉलर प्रति टन की
दर से आयात करने का फैसला किया गया।
एक डॉलर का मूल्य 65 रुपये मानने पर भी आयातित प्याज
की कीमत 44.5 रुपये प्रति किलोग्राम होगी। इसके
अलावा इनकी ढुलाई लागत व अन्य खर्चे को शामिल
किया जाए तो यह कीमत 50 रुपये प्रति किलोग्राम तक
चली जाएगी।
दिलचस्प बात यह है कि इस साल जून-जुलाई के दौरान
80000-100000 टन प्याज का निर्यात किया गया और
इसकी कीमत 17-28 रुपये प्रति किलोग्राम थी। 26 जून से
पहले तक प्याज निर्यात का न्यूनतम मूल्य मात्र 250 डॉलर
प्रति टन था जो कि लगभग 18 रुपये प्रति किलोग्राम
होती है। इसलिए बढ़ी कीमत!
26 जून से प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य को बढ़ाकर 425
रुपये प्रति किलोग्राम कर दिया गया जो लगभग 28 रुपये
प्रति किलोग्राम होता है।
सरकार ने अब प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य को 700 डॉलर
प्रति टन कर दिया है, लेकिन थोक कारोबारियों का
कहना है कि प्याज का अधिकतर निर्यात जुलाई तक कर
दिया गया।
प्याज के थोक कारोबारियों के मुताबिक अगले दो-तीन
दिनों में प्याज की खुदरा कीमत 50 रुपये किलोग्राम के
स्तर पर आ जाएगी। खुदरा बाजार में प्याज की कीमत 80
रुपये तक चली गई है। आजादपुर मंडी में भी प्याज की आवक
उठाव के मुकाबले अधिक रही।
बेचकर देश के लिए 45 रुपए/किलो खरीदा
प्याज
राजीव कुमार शनिवार, 29 अगस्त 2015
अमर उजाला, नई दिल्ली Updated @ 9:38 AM IST
दूसरों के बेचा सस्ता प्याज
आंखों में आंसू लाने वाले प्याज को इस साल देश से बाहर
महज 17-28 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से भेजा गया
लेकिन अब उसी प्याज को 45 रुपये प्रति किलोग्राम की
दर से लाने की तैयारी की जा रही है।
दूसरी तरफ शुक्रवार को देश की थोक मंडियों में प्याज के
दाम 10 रुपये प्रति किलोग्राम तक गिरे। प्याज के थोक
कारोबारियों के मुताबिक प्याज की कीमतों में गिरावट
का रुख शुरू हो गया है और अब इसमें गिरावट होती रहेगी
क्योंकि प्याज की आवक मांग के मुकाबले अधिक होती
जा रही है।
हाल ही में प्याज की आसमान छूती कीमतों पर काबू के
लिए सरकार ने सार्वजनिक कंपनी एमएमटीसी के जरिए
10000 टन प्याज आयात करने का फैसला किया। आयात किया मंहगा प्याज
एमएमटीसी की तरफ से जारी टेंडर बृहस्पतिवार को खोला
गया और फिलहाल 1000 टन प्याज 685 डॉलर प्रति टन की
दर से आयात करने का फैसला किया गया।
एक डॉलर का मूल्य 65 रुपये मानने पर भी आयातित प्याज
की कीमत 44.5 रुपये प्रति किलोग्राम होगी। इसके
अलावा इनकी ढुलाई लागत व अन्य खर्चे को शामिल
किया जाए तो यह कीमत 50 रुपये प्रति किलोग्राम तक
चली जाएगी।
दिलचस्प बात यह है कि इस साल जून-जुलाई के दौरान
80000-100000 टन प्याज का निर्यात किया गया और
इसकी कीमत 17-28 रुपये प्रति किलोग्राम थी। 26 जून से
पहले तक प्याज निर्यात का न्यूनतम मूल्य मात्र 250 डॉलर
प्रति टन था जो कि लगभग 18 रुपये प्रति किलोग्राम
होती है। इसलिए बढ़ी कीमत!
26 जून से प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य को बढ़ाकर 425
रुपये प्रति किलोग्राम कर दिया गया जो लगभग 28 रुपये
प्रति किलोग्राम होता है।
सरकार ने अब प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य को 700 डॉलर
प्रति टन कर दिया है, लेकिन थोक कारोबारियों का
कहना है कि प्याज का अधिकतर निर्यात जुलाई तक कर
दिया गया।
प्याज के थोक कारोबारियों के मुताबिक अगले दो-तीन
दिनों में प्याज की खुदरा कीमत 50 रुपये किलोग्राम के
स्तर पर आ जाएगी। खुदरा बाजार में प्याज की कीमत 80
रुपये तक चली गई है। आजादपुर मंडी में भी प्याज की आवक
उठाव के मुकाबले अधिक रही।
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