1. खुदा ने महबूब को मां के पेट से
पैदा किया ताकि लोग खुदा ना समझें ।
2. बचपन मे बकरियाँ चरवाई ताकि लोग
खुदा ना समझें ।
3. आप ने निकाह कीया ताकि लोग
खुदा ना समझें ।
4. आप ने खाली पेट फाके किये ताकि लोग
खुदा ना समझें ।
5. आप ने नमाजे पडी अल्लाह की तिलावत
की ताकि लोग खुदा ना समझें ।
लेकिन -
1. अल्लाह ने आप को अपना हबीब
बनाया ताकि लोग अपनी तरह ना समझें ।
2. आप के पसीने मुबारक से खुशबू
अता की ताकि लोग अपनी तरह ना समझें ।
3. आप कि हाथों कि उंगलियों से पानि के चश्मे
बहाए ताकि लोग अपनी तरह ना समझें ।
4. आप कि उंगलियों के इशारे से चांद के दो टुकडे
किये ताकि लोग अपनी तरह ना समझें ।
5. आप के जिस्मे पाक
का कभी भी शाया ना पडा ताकि लोग
अपनी तरह ना समझें ।
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इस्लाम की कुछ खास बाते,
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1. किसी को दुःख देने
वाला कभी खुश नहीं रह सकता (हजरत अली R.A.)
2. किसी की बेबसी पर मत हसो ये
वक़्त तुम पर भी आ सकता है (हजरत अली R.A.)
3. किसी की आँख तुम्हारी वजह से नम
न हो ! क्यूँ के तुम्हे उसके हर आंसू का क़र्ज़
चुकाना होगा (हजरत अली R.A.)
4. मजलूम और नमाज़ी की आह से
डरो क्युकी आह
किसी की भी हो अर्श को चिर कर
अल्लाह के पास जाती है ! (हजरत
अली R.A.)
5. उस दिन पे आँशु बहाव जो तुमने
नेकी के बिना गुजर है (हजरत अली
R.A.)
6. जालिमो को माफ़
करना मज़लूमो पे जुल्म है (हजरत अली R.A.)
7. ज़बान दुरुस्त हो जाये तो दिल
भी दुरुस्त हो जाता है ! (हजरत अली R.A.)
8. जहा तक हो सके लालच से
बचो लालच में ज़िल्लत है ज़िल्लत (हजरत अली R.A.)
हज़रात मुहम्मद सल्लाह्हो अलय्हे व
सल्लम ने फ़रमाया:
4 चीजे आपको परेशान और बीमार
करती है !:
1. ज्यादा बाते करना
2. ज्यादा सोना
3. ज्यादा खाना
4. ज्यादा लोगो से मिलना - जुलना
4 चीजे आपको ख़तम करती है :
1. टेंशन
2. गम
3. भूक
4. देर से सोना
हज़रात अली ने फ़रमाया हमेसा समझोता करना सीखो क्यूंकि थोडा सा झुक जाना किसी रिश्ते का हमेशा के लिए टूट जाने से बेहतर है इस पर , आप सल्लल्लाहु अलैहि वस्सलाम ने फ़रमाया : अगर झुक जाने से तुम्हारी इज्जत घट जाये तो क़यामत के दिन मुझसे ले लेना
سبحان الله
नबी करीम (सल्लाहु वलैहि वस्सलाम ) ने फरमाया : इन मौक़ों पर फ़ौरन दुआ मांगो .., उस वक़्त दुआ रद्द नहीं होगी ,
1) जब धुप में बारिश हो रही हो ,
2) जब अज़ान हो रही हो .
3) सफर के दोरान ..
4) जुमा के दिन ..
5) रात को आँख खुले तो उस वक़त ..
6) मुसीबत के वक्त ..
7) फ़र्ज़ नमाज़ों के बाद ..
आप (सल्लाहु वलैहि वस्सलाम ) ने फरमाया : अल्लाह उस के चेहरे को रोशन करे जो हदीस सुन के आगे पोहंचता है ."
1) سبحان الله
2)الحمد لله
3) الله اكبر
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