Wednesday, 31 December 2014

Tujh Me Naya Pan Kiya Hai?

ﺍﮮ ﻧﺌﮯ ﺳﺎﻝ ﺑﺘﺎ، ﺗُﺠﮫ ﻣﻴﮟ ﻧﻴﺎ ﭘﻦ ﮐﻴﺎ ﮨﮯ؟
ﮨﺮ ﻃﺮﻑ ﺧَﻠﻖ ﻧﮯ ﮐﻴﻮﮞ ﺷﻮﺭ ﻣﭽﺎ ﺭﮐﮭﺎ ﮨﮯ

ﺭﻭﺷﻨﯽ ﺩﻥ ﮐﯽ ﻭﮨﻲ ﺗﺎﺭﻭﮞ ﺑﮭﺮﻱ ﺭﺍﺕ ﻭﮨﯽ
ﺁﺝ ﮨﻢ ﮐﻮ ﻧﻈﺮ ﺁﺗﻲ ﮨﮯ ﮨﺮ ﺍﻳﮏ ﺑﺎﺕ ﻭﮨﯽ

ﺁﺳﻤﺎﻥ ﺑﺪﻻ ﮨﮯ ﺍﻓﺴﻮﺱ، ﻧﺎ ﺑﺪﻟﯽ ﮨﮯ ﺯﻣﻴﮟ
ﺍﻳﮏ ﮨﻨﺪﺳﮯ ﮐﺎ ﺑﺪﻟﻨﺎ ﮐﻮﺋﻲ ﺟﺪﺕ ﺗﻮ ﻧﮩﻴﮟ

ﺍﮔﻠﮯ ﺑﺮﺳﻮﮞ ﮐﯽ ﻃﺮﺡ ﮨﻮﮞ ﮔﮯ ﻗﺮﻳﻨﮯ ﺗﻴﺮﮮ
ﮐﺴﮯ ﻣﻌﻠﻮﻡ ﻧﮩﻴﮟ ﺑﺎﺭﮦ ﻣﮩﻴﻨﮯ ﺗﻴﺮﮮ

ﺟﻨﻮﺭﻱ، ﻓﺮﻭﺭﻱ ﺍﻭﺭ ﻣﺎﺭﭺ ﻣﻴﮟ ﭘﮍﮮ ﮔﻲ ﺳﺮﺩﻱ
ﺍﻭﺭ ﺍﭘﺮﻳﻞ، ﻣﺌﻲ ﺍﻭﺭ ﺟﻮﻥ ﻣﻴﮟ ﮨﻮ ﮔﻲ ﮔﺮﻣﻲ

ﺗﻴﺮﺍ ﻣَﻦ ﺩﮨﺮ ﻣﻴﮟ ﮐﭽﮫ ﮐﮭﻮﺋﮯ ﮔﺎ ﮐﭽﮫ ﭘﺎﺋﮯ ﮔﺎ
ﺍﭘﻨﯽ ﻣﻴﻌﺎﺩ ﺑَﺴﺮ ﮐﺮ ﮐﮯ ﭼﻼ ﺟﺎﺋﮯ ﮔﺎ

ﺗﻮ ﻧﻴﺎ ﮨﮯ ﺗﻮ ﺩﮐﮭﺎ ﺻﺒﺢ ﻧﺌﻲ، ﺷﺎﻡ ﻧﺌﯽ
ﻭﺭﻧﮧ ﺍِﻥ ﺁﻧﮑﮭﻮﮞ ﻧﮯ ﺩﻳﮑﮭﮯ ﮨﻴﮟ ﻧﺌﮯ ﺳﺎﻝ ﮐﺌﯽ

ﺑﮯ ﺳﺒﺐ ﻟﻮﮒ ﺩﻳﺘﮯ ﮨﻴﮟ ﮐﻴﻮﮞ ﻣﺒﺎﺭﮎ ﺑﺎﺩﻳﮟ
ﻏﺎﻟﺒﺎ ﺑﮭﻮﻝ ﮔﺌﮯ ﻭﻗﺖ ﮐﯽ ﮐﮍﻭﻱ ﻳﺎﺩﻳﮟ

ﺗﻴﺮﯼ ﺁﻣﺪ ﺳﮯ ﮔﮭﭩﯽ ﻋﻤﺮ ﺟﮩﺎﮞ ﺳﮯ ﺳﺐ ﮐﯽ
ﻓﻴﺾ ﻧﮯ ﻟﮑﮭﯽ ﮨﮯ ﻳﮧ ﻧﻈﻢ ﻧﺮﺍﻟﮯ ﮈﮬﺐ ﮐﯽ

‏( ﻓﯿﺾ ﺍﺣﻤﺪ ﻓﯿﺾؔ )

Tuesday, 30 December 2014

2020 उज्जवल है भारत का भविष्य

समय गुज़रा, युग बीता, 20वीं सदी ख़त्म हुई और भारत ने 21वीं सदी में क़दम रखा.
क़रीब 200 वर्षों तक अंग्रेज़ों की गुलामी झेलने के बाद भारत एक स्वतंत्र गणराज्य के रूप में दुनिया के दृश्य पटल पर उभरा.
पंचवर्षीय योजनाएं बनीं. रोटी, कपड़ा और मकान जैसी बुनियादी चीज़ें सभी को मुहैया हों. इसकी पुरज़ोर कोशिशें की गईं. कृषि, विज्ञान वाणिज्य और तकनीक के क्षेत्र में धीरे ही सही लेकिन भारत ने अपने क़दम जमाए.
लोकतांत्रिक ढंग से चुनाव संपन्न कराकर पूरे देश को अपने ही लोगों द्वारा प्रतिनिधित्व देने का चलन हुआ. विभिन्न दलों ने देश में अपनी सरकारें चलाईं.
वर्ष 1997 में जब भारत ने अपनी स्वतंत्रता के पचास वर्ष पूरे किए तो पूरी दुनिया की नज़र इस ओर रही कि भारत ने इन पचास वर्षों में क्या खोया, क्या पाया. कितनी प्राप्ति की? कितना विकास हुआ?
भारत को इन वर्षों में शायद 50 नंबर मिले.
सफलता-विफलता
कहीं सफलता मिली तो कहीं विफलता हाथ लगी.
शिक्षा का स्तर बढ़ा, लेकिन बेरोजगारी भी बढ़ी. भारत का मध्यम वर्ग बड़ी तेज़ी से उभरा तो ग़रीबी रेखा में जीने वालों की तादाद में वृद्धि हुई.
तकनीक के क्षेत्र में विकास हुआ लेकिन अभी भी भारत के गांवों में बिजली और सड़क, एक सपना मात्र है. कुल मिलाकर कहीं ख़ुशी मिली तो कहीं गम नसीब हुआ.
अब सवाल है वर्ष 2020 का भारत कैसा हो? क्या संभावनाएं है? क्या चुनौतियां हैं? क्या होगी भारत की तस्वीर अगले बीस वर्षों में?

वर्ष 2020 का भारत, एक ताकतवर और समृद्ध राष्ट्र के रूप में अपनी पहचान बनाएगा. अगर आज के दौर को एक संकेत मान लें तो भारत का भविष्य बिल्कुल उज्जवल होगा.
बानगी
जिसके पास ऊर्जा है उसके पास शक्ति है और उद्योग के लिए दरवाज़े खुले हैं.
हाल के भारत-अमरीका परमाणु ऊर्जा संधि ने भारत को ऐसे मुकाम पर पहुंचाया है जहां से भारत उद्योग को आगे ले जाएगा, रक्षा क्षेत्र में अपनी धाक जमाएगा और एक आर्थिक शक्ति के रूप में उभरेगा.
भारत में ज्ञान का भंडार है, विशेषकर कंप्यूटर के क्षेत्र में. हैदराबाद, बंगलौर में इन्फ़ोसिस, विप्रो और सत्यम जैसी कंपनियों ने विश्व स्तर पर अपना बाज़ार फैलाया है.
यहां के विद्वान छात्र दूसरे देशों में अपना योगदान दे रहे हैं.
आज भारत की सबसे बड़ी शक्ति है इसका मध्यम वर्ग. इस वर्ग के पास ख़रीदने की क्षमता है जो विश्व बाज़ार में बहुत मायने रखता है.
भारत उपभोक्ता के संदर्भ में एक बड़े बाज़ार के रूप में उभर रहा है.
एक कृषि प्रधान देश के लिए इस वर्ग में उन्नति एक बड़ी उपलब्धि है. इससे गांवों में रहने वाली जनता की ग़रीबी में गिरावट होगी.
उन्नत किस्म की तकनीक गांवों में उपलब्ध हो रही है. बिजली मुहैया कराया जा रही है. भारत निर्माण योजना के तहत लोगों को रोज़गार मुहैया कराया जा रहा है. ग़रीबी रेखा से लोग मध्यम वर्ग की श्रेणी में आ रहे हैं.

पिज्जा हट में किया फ़ोन 

पप्पू ने पिज्जा हट में फ़ोन किया।
सेल मैन- पिज्जा हट, नमस्कार !
ग्राहक पप्पू- हैलो, आप मेरे घर पिज्जा भेज दीजिए।
सेल मैन- सर, पहले आप अपना आधार कार्ड नंबर बाता दीजिए।
पप्पू- ठीक है... मेरा नम्बर ********* - *********** - ******* है।
सेल मैन- ओके... आप हैं ... श्रीमान राजू और आप हाऊस नम्बर 3**5, कैलाशपुरी, चेन्नई से बोल रहे हैं। आपके घर का फ़ोन नंबर ********* और आपके कार्यालय का नम्बर ******** है और अपने मोबाइल ********** है। अभी आप अपने घर का नंबर से फोन कर रहे हैं।
पप्पू चकित होकर- आपको मेरे सभी फ़ोन नंबर कैसे मिले?
सेलमैन- हम आधार सिस्टम से जुड़े हैं।
पप्पू- मैं अपनी डबल मोजरेला पिज्जा ऑर्डर करना चाहता हूँ।
सेल मैन- आपके लिए यह अच्छा विचार नहीं है सर !
पप्पू- ऐसा कैसे?
सेलमैन- आपके मेडिकल रिकॉर्ड के अनुसार, आप उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित हैं सर !
पप्पू- तो क्या? तुम मुझे क्या सलाह देते हो कि मैं क्या मंगाऊँ?
सेल मैन- हमारा कम चिकनाई वाला होक्किन पिज्जा मंगा लीजिए, आप इसे पसंद करेंगे।
पप्पू- आप यह कैसे कह सकते हैं कि यह मुझे पसन्द आएगा?
सेलमैन- पिछले हफ्ते आपने नेशनल लाइब्रेरी से 'लोकप्रिय होक्किन व्यंजन' नामक पुस्तक ली थी।
पप्पू- छोड़ो, यही ठीक है... मुझे तीन बड़े आकार वाले भिजवा दीजिए।
सेलमैन- आप सही कह रहें हैं, आपके घर में सात लोगों के लिए 3 बड़े वाले काफ़ी हैं सर ! कुल 2100 रुपये हुए।
पप्पू- मैं क्रेडिट कार्ड से भुगतान कर दूंगा।
सेलमैन- आप हमें नकद भुगतान ही देना सर ! आपके क्रेडिट कार्ड की सीमा खत्म हो गई है और आपने अपने बैंक के 168745 रुपये देने हैं पिछले साल जुलाई के बाद से, आपके होम लोन और उस पर देर से भुगतान शुल्क इसमें शामिल नहीं है।
पप्पू- मैं पास के एटीएम से पैसे निकाल लूँगा आपके आदमी के आने से पहले !
सेलमैन- आप ऐसा नहीं कर सकते, आप अपने ओवरड्राफ्ट सीमा को समाप्त कर चुके हैं।
पप्पू- कोई बात नहीं, मैं पैसों का इन्तजाम कर लूंगा, पिज्जा कब तक आ जाएगा?
सेल मैन- लगभग 45 मिनट में सर ! लेकिन अगर आप इंतजार नहीं कर सकते तो आप खुद अपनी मोटर साइकिल पर आकर ले जा सकते हैं।
पप्पू- क्या?
सेल मैन- सिस्टम में विवरण के अनुसार, आप एक मोटरसाइकिल रजिस्ट्रेशन नंबर **** के मालिक हैं।
पप्पू- ?? इन लोगों को भी मेरे बाइक के नम्बर का भी पता है !
सेलमैन- आप कुछ और चाहते हैं सर?
पप्पू- कुछ नहीं ! वैसे तुम कोला की 3 मुफ़्त बोतलें मुझे दे रहे हैं ना जैसा आपके विज्ञापन में बताया गया है?
सेल मैन- हम आपको देते सर, लेकिन आपके रिकॉर्ड के आधार पर आपको शूगर है तो आपके स्वास्थ्य के हित में हम आपको यह नहीं दे रहे !
पप्पू- तेरी तो…
सेलमैन- अपनी भाषा पर काबू रखिए सर ! 10 जुलाई 1986 पर को एक पुलिस वाले को गाली देने के अपराध में आपको 3 दिनों के लिए जेल और 500 रुपये का जुर्माना लगाया गया था।
ग्राहक पप्पू बेहोश...
और बनाओ आधार कार्ड.....


دنیا کی سب سے میٹھی چیز

ایک مرتبہ ایک بادشاہ نے اپنے وزیز کو آدھی سلطنت دینے کو کہا ، لیکن ساتھ میں کچھ شرائط بھی عائد کیں وزیر نے لالچ میں آکر شرائط جاننے کی درخواست کی بادشاہ نے شرائط تين سوالوں کی صورت میں بتائیں۔
سوال نمبر 1:~ دنیا کی سب سے بڑی سچائی کیا ہے؟
سوال نمبر 2 :~ دنیا کا سب سے بڑا دھوکا کیا ہے؟
سوال نمبر 3 :~ دنیا کی سب سے میٹھی چیز کیا ہے ؟
"بادشاہ نے اپنے وزیر کو حکم دیا کہ وہ ان تین سوالوں کے جواب ایک ہفتہ کے اندر اندر بتائے بصورت دیگر سزائے موت سنائی جائے گی۔"
وزیر نے سب پہلے دنیا کی بڑی سچائی جاننے کے لئے ملک کے تمام دانشوروں کو جمع کیا اور ان سے سوالات کے جواب مانگے ۔انہوں نے اپنی اپنی نیکیاں گنوائیں ۔لیکن کسی کی نیکی بڑی اور کسی کی چھوٹی نکلی لیکن سب سے بڑی سچائی کا پتہ نہ چل سکا۔اس کے بعد وزیر نے دنیا کا سب سے بڑا دھوکا جاننے کے لئے کہا تو تمام دانشور اپنے دئے ہوئے فریب کا تذکرہ کرتے ہوئے سوچنے لگے کہ کس نے کس کو سب سے بڑا دھوکا دیا لیکن وزیر اس سے بھی مطمئن نہیں ہوا اور سزائے موت کے خوف سے بھیس بدل کر وہاں سے فرار ہوگیا....
چلتے چلتے رات ہوگئی ،اسی دوران اس کو ایک کسان نظر آیا جو کھرپی سے زمین کھود رہا تھا۔ کسان نے وزیر کو پہچان لیا ،وزیر نے اس کو اپنی مشکل بتائی جسے سن کر کسان نے اس کے سوالوں کی جواب کچھ یوں دئے....
1:~ دنیا کی سب سے بڑی سچائی موت ہے ۔
2:~ دنیا کا سب سے بڑا دھوکا زندگی ہے۔
تیسرے سوال کا جواب بتانے سے پہلے کسان نے کہا کہ میں اگر تمہارے سارے سوالوں کےجواب بتادوں تو مجھے کیا ملے گا؟
سلطنت تو تمہارے ہاتھ آئے گی۔ یہ سن کر وزیر نے اسے بیس گھوڑوں کی پیشکش کی اور اسے ہی اصطبل کا نگران بنانے کی بھی پیشکش کی۔...
کسان نے یہ سن کر جواب دینے سے انکار کر دیا ۔وزیر نے سوچا کہ یہ تو آدھی سلطنت کا خواب دیکھ رہا ہے ۔وزیر جانے لگا تو کسان بولا کہ اگر بھاگ جاؤگے تو ساری زندگی بھاگتے رہو گے اور بادشاہ کے بندے تمہارا پیچھا کرتے رہیں گے اور اگر پلٹو گے تو جان سے مارے جاؤگے۔یہ سن کر وزیر رک گیا اور کسان کو آدھی سلطنت کی پیشکش کی لیکن کسان نے اسے لینے سے انکار کر دیا...
اتنے میں ایک کتا آیا اور پیالے میں رکھے ہوئے دودھ میں سے آدھا پی کر چلا گیا ۔کسان نے وزیر سے کہا مجھے آدھی سلطنت نہیں چاہیے بس تم اس بچے ہوئے دودھ کو پی لوتو میں تمہارے تیسرے سوال کا جواب بتادوں گا ۔یہ سن کر وزیر تلملا گیا مگر اپنی موت اور جاسوسوں کے ڈر سے اس نے دودھ پی لیا۔وزیر نے دودھ پی کر کسان کی طرف دیکھا اور اپنے سوال کا جواب مانگا تو کسان نے کہا کہ ....
"دنیا کی سب سے میٹھی چیز انسان کی غرض ہےجس کے لئے وہ ذلیل ترین کام بھی کر جاتا ہے...

The RSS Agenda Against Muslims

EVERY ONE MUST READ AND UNDERSTAND WHAT'S GOING ON IN THIS WORLD ?
This book was introduced into the London book market for 5 days before it was withdrawn due to fear of harassment and discrimination against Hindus in the arab world. The source of this information comes from the U.A.E .
Sharjah broadcasting Channel presented by Ra'ad Aman and the program name, "Foreign writings ".
Book Title : "All Hindus Wake up "
Subheading : "The protocols for Hindu leaders "
The Author : Dr.R. Singh
These are 13 of the protocols mentioned :
1. Hindus must consider the state of Israel as its most friendly ally due to its negative attitude towards Muslims .
2. Spread Sinful acts and values within Muslim communities .
3. Hindu temples must be built in all places possible and to be visited every day. Also the statue of "Ram" (their god name) to be placed in the work place.
4. Regular meetings are to be held to plan ways in working against Islam ..
5. Distribution of drugs and prostitution to be carried out within Muslim countries and communities .
6. Sexual relationships with Muslim women is encouraged to ensure the production of Hindu babies within Muslim communities .
7. If you are a pharmacist or doctor, try at all costs to enduce congenital defects in the foetus .
8. If you are a nurse or doctor, whisper "Ohm" into the new-born's ear . like what we say azan )
9. Try to spoil or damage goods in Muslim shops if you are employed by them .
10. Become their friends, gain their trust and stab them in the back .
11. Turn others against them .
12. If you work in their homes, try to influence their children or wives way of thinking .
13. Wear a black string around your wrist .
http://www.islamic-life.com/forums/religions/read-rss-agenda-muslims-4703

مہتمم دارالعلوم دیوبند کے نام!

ہندوستان میں برطانوی سامراجیت کے دور استبداد میں حضرت شاہ ولی اللہ کی تحریک کو جاری رکھنے ، مسلمانانِ ہند کے جداگانہ تشخص کو برقرار رکھنے ، مسلک حنفیہ کی مسند تدریس کو منور رکھنے ، دشمنان اسلام ، مشرکین ہندوستان اور عیسائی مبلغین کے ناپاک عزائم کو خاک میں ملانے کا بیڑا جس ادارے نےاحسن طریقے سے اٹھایا ۔ وہ دیوبند مکتبہ فکر ہے۔ اسلامی تعلیمات کی تدریس کے لیے الازہر یونیورسٹی ، مصر کے بعد درسگاہ عالمگیر شہرت نصیب ہوئی۔
مہتمم دارالعلوم دیوبند کے نام!
مکرمی!
مفتی محمدظفیرالدین مفتاحی نے دارالعلوم دیوبند میںپچاس سال سے بھی زائد عرصہ گزارااوراس پورے عرصے میں اُنھوں نے اپنے خونِ جگرسے اس عظیم ادارے کی خدمت کی،اُنھیں انتظامیہ نے جونسی ذمے داری سونپی،اُنھوںنے اُسے بخوبی نبھایا،کتب خانے کی ترتیب کاکام ہو یا مبلغ کا فریضہ،تدریس کی ذمے داری ہویافتویٰ نویسی و مطالعاتِ قرآنی ؛ہرشعبے میں اُنھوں نے اپنی بے مثال علمی صلاحیت کا لوہا وقت کے کبارِ اہلِ علم سے منوایا۔حکیم الاسلام قاری محمد طیب اور شیخ الاسلام مولانا حسین مدنی ان کی بے پناہ صلاحیت کی بناپرہی اُنھیںبہارکے معمولی قصبے سے دیوبندجیسی آفاق گیرجگہ پرلائے تھے،انھیں ان کی صلاحیتوں کا اندازہ پہلی ملاقات میں ہی ہوگیاتھا ۔دارالعلوم میں آنے کے بعدان کی صلاحیتوں کے جوہر واقعتاًخوب کھلے اور انھوں نے پوری جدوجہدکے ساتھ خدمتِ علم و دین میں اپنے آپ کو مصروف رکھا، و ہ اس مکروہ و قبیح سیاست سے ہمیشہ کنارہ کش رہے،جوبدقسمتی سے ایک عرصے سے علماکے حلقے میں سرایت کیے ہوئے ہے،وہ ایک پاک طینت،صاف باطن و صاف ظاہر شخص تھے،شرافت و سادگی ان کی زندگی کا نمایاں وصف تھا اور اسی شرافت کی وجہ سے دارالعلوم میں قیام کے دوران انھیں کئی مشقتوں،پریشانیوں،دشواریوں،حاسدوں کے حسد،بغض وعنادرکھنے والوں کے عنادکا سامنا کرنا پڑا۔انھیں ان کی صلاحیت کے موافق تدریسی کتابیں نہیں دی گئیں،انھیں نیچادکھانے اور انھیں دبانے کے لیے طرح طرح کے حربے اختیار کیے گئے۔
جب انھیں دارالعلوم دیوبند کے اولیںمفتی مفتی عزیز الرحمن عثمانی کے فتاویٰ کی ترتیب کی ذمے داری دی گئی اور انھوں نے انتہائی محنت،دقتِ نظر،جزرسی اور جاں کاہی کے بعد اُنھیں فقہی ابواب پر مرتب کردیااوران فتاویٰ کو کتابی شکل میں لانے کی نوبت آئی اور’فتاویٰ دارالعلوم‘کے نام سے کتاب چھپی،توکتاب کے ٹائٹل پیج سے مرتب کانام ہی غائب تھا،ظاہر ہے کہ یہ ایک بدترین علمی خیانت؛بلکہ یہ کسی کی محنت وجدوجہدپرجھاڑوپھیرنے جیسا تھا،جسے کوئی بھی محنت کش انسان برداشت نہیں کر سکتا تھا؛چنانچہ مفتی صاحب نے اس’کارنامہ‘کی شکایت اس وقت کے مہتمم قاری طیب صاحب سے کی،وہ چوںکہ انسان کے علم اور اس کی محنت کی قدرکرتے تھے؛اس لیے انھوں نے فوراً کتاب کے سارے نسخے جمع کروائے اور ان کے پہلے صفحے پر مرتب کانام ڈلوایا۔
مہتمم صاحب!میرے خیال سے ان تفصیلات سے آپ بھی یقیناً واقف ہوںگے؛کیوںکہ آپ کا مطالعہ و مشاہدہ وسیع ہے۔مگرمیرامقصداس تفصیل سے ایک تازہ واقعے کی جانب آپ کی توجہ دلانا ہے،جس سے یقیناًآپ واقف ہوںگے،’فتاویٰ دارالعلوم‘کا جونیاایڈیشن آیاہے،اس پرصاحبِ افادات کے ساتھ ’ملاحظہ‘،’ترتیبِ جدید و تعلیق‘اور’حسبِ ہدایت‘کے عنوانوںسے تین تین لوگوں کے نام ہیں،مگر اصل مرتب کانام غائب ہے،کیایہ مفتی ظفیرالدین صاحب کے ساتھ ان کی موت کے بعد بھی وہی ناانصافی نہیں ہے،جوان کی زندگی میں کی گئی تھی۔آپ خود بہت بڑے عالمِ دین ہیں،ایشیاکی عظیم تر اسلامی دانش گاہ کے مہتمم ہیں اور وہاں حدیث کے استاذبھی ہیں،اسلام میںامانت و دیانت کی اہمیت کے تعلق سے آپ کی خدمت میں کچھ عرض کرنا گستاخی ہوگی،مگربہر حال آپ کو اس پر غور کرنا چاہییکہ وہ شخص،جومحض پہلے سے تیار شدہ؛بلکہ علمی دنیا میں رائج و تحسین یافتہ کتاب پر ایک نظرڈالتاہے،تواس کا نام دوسطروںمیں،جوشخص عربی عبارتوں پراعراب لگادیتا ہے اور بعض عبارتوں کا ترجمہ کردیتا ہے،اس کا نام دوسطروں میں، جوشخص اس کتاب پر کچھ بھی کام نہیں کرتا،مگرچوںکہ وہ دارالعلوم دیوبند کا مہتمم ہے،تواس کا نام بھی کتاب کے ٹائٹل پیج پر،مگروہ شخص،جس نے پہلی دفعہ بندالماریوں میں بکھرے ہوئے فتووں کوجمع کیا،ان کی گردیں جھاڑیں،ان میں درج عربی عبارتوں کو پڑھا،سمجھا،ان کے ترجمے کیے،ان کے حوالے تلاش کیے،پھراُنھیں انتہائی عرق ریزی کے ساتھ مرتب کیا،اُس بندے کے نام کے لیے ٹائٹل پیج پر کہیں کوئی جگہ نہیں۔۔۔۔۔۔۔مہتمم صاحب!یہ اہلِ علم اور محدثینِ عصرکی کیسی منطق ہے؟
کچھ نہ سمجھے خداکرے کوئی!
ہم آپ سے براہِ راست بھی بات کرنے کی کوشش کرسکتے تھے،مگر ہم نے سناکہ آپ جیسی شخصیت کواِس راہ سے زیادہ بہتر طریقے سے سمجھایاجاسکتاہے،سوہم نے یہ طریقہ اختیارکیا،اس امیدکے ساتھ کہ آپ ضرورمفتی ظفیرالدین صاحب کی محنت کی کچھ پاسداری کریںگے اوراس اعتذارکے ساتھ کہ:
رکھیوغالب مجھے اس تلخ نوائی میں معاف!
(یو این این)

USSD Codes For All Indian Operators/Networks

It's an annoying task to remember all those cluttering codes to check your balance or checking remaining internet data while you are in hurry. We want to make it quick to do all this operations in seconds. So we developed this very useful application to collect all the USSD codes for all the Indian operators in one place.
It a kind of its own. 

Airtel USSD Code
121             
Customer Care 123 Recharging your phone and for Special Five Service 198 Complaints ( Uniform for all Telecom services ) 1909 Activate / Deactivate DND Service ( Do not disturb service)

 *121# My Airtel My Offer       ( Best Offers Available For Your Number )

*121*4# Value Added Services     ( Jobs, Astrology, Hello Tunes, Airtel Talkies)

*121*6# Manage Dish TV Account  ( If registered with current mobile number )

 *121*7# Last 5 Transactions, Value Added Services

 *123# Balance and Validity Inquiry

 *123*1# Airtel to Airtel Mins Balance

 *123*2# Local SMS Balance Check

*123*6# Local Airtel to Airtel Night Minutes Balance

 *123*7# Check Free Local, STD SMS Balance

 *123*8# Check Free STD Minutes Balance

*123*10# Check Free 2G Data Balance

*123*11# Check 3G Data Balance

 *141# Airtel Gifting Service   ( Share Talktime, Ask for Talktime, Call me back )

 *222# Special 5 Offers   ( All offers at Rs. 5 per day )

 *321# Airtel Live Services ( Music, Movies, Cricket, Astrology, News, etc. )

 *325# Free Facebook Access   ( Rs. 1 per day )

 *515# Twitter Service

 *566# Mobile check-ins, Special Offers and Rewards

 *567# Activate / Deactivate GPRS Services

 *678# Hello Tunes Menu Dial *888# Missed Call Alert Services

 *777# Local National SMS Packs

 *282# Get your own Airtel number on screen

543211 Hello Tunes Service ( Charges – Rs. 6 per minute )

543212 Airtel Live Services   ( Charges – Rs. 6 per minute )

543213 Airtel Music Station    ( Charges – Rs. 6 per minute )

543214 Background Music During Call  ( Charges – Rs. 6 per minute )

 543215 Song Catcher  ( Charges – Rs. 6 per minute )

543216 Chat With Friends  ( Charges – Rs. 6 per minute )  

543217 Contests  ( Charges – Rs. 6 per minute )

SMS – 121 START Start any service.

SMS – 121 STOP Stop any service.

SMS – 121 3G To activate 3G Data service if not activated

SMS – 1909 START DND Start Do Not Disturb Service

SMS – 1909 STOP DND Stop Do Not Disturb Service

SMS – 52567 LIVE Get Airtel LIVE configuration settings.

 aircel USSD Code 
Your Aircel Number –  *131# or *1#
Balance Check – *125# or Type BAL and send it to 121
Local Mobile Calls Balance – *111*4#
Internet Setting – SMS PI or ALL and send it to 121
Check GPRS Balance – *130#
3G Activation – SMS START 3G and send it to 121
DND Service – SMS DND and sent it to 1909
Rate Cutter – 1215 or *122#
e-Recharge – *124*(Your Mobile Number)#
Value Added Service – 1214
IMIS Number – *222# or *2# or *214#
Aircel free 3G Service – *122*5*1# or *122*456# ( 6 am to 9 am IST till 15th May)
Free SMS Message Center No – +919808932698 or +91905063222 or +919050563221
Balance Transfer – *122*666#
vodafone USSD Code
Vodafone Customer Care Number – 111
Vodafone Complaint Number – 198
Vodafone Latest Offers – 121
Vodafone Special Offers – *121#
How to Check Vodafone Main Balance on Your Mobile ? – *141#
How to Check Your Vodafone Mobile Number ? – *111*2# or *8888# or Dial 164
How to Check Free SMS Balance Vodafone ? -*156#
How to Check Free Minutes Vodafone ? – *157#
How to Check Free Night Minutes Vodafone ? -*157#
How to Check GPRS Balance Vodafone ? – *111*6# or *141*9#
How to Check Validity of Vodafone Number ? – *146#
How to Check Internet Data Usage Vodafone ? – *111*6*2#
How to Activate One Day Internet Plan ? – *444*5#
How to Activate 3G Plan on Vodafone ? :- ACT3G to 111
How to Get 3G Data Card Balance ? – *111*5*2#
How to Check Call Balance ? – *145#
How to Check GPRS Data Balance ? – GPRS to 144
How to Transfer Balance Vodafone Code ? – *131*<Amount><Receiver No>#
How to Activate DND Service on Vodafone ? – Call 1909 and Choose Activate or Deactivate
BSNL USSD Code
To know your Mobile Number ? Dial 164 and call or *8888#
Balance and validity details ? *123#
GPRS data balance check ? *123*10#
SMS Local ? *123*1#
National Sms ? *123*2#
Network call ? *123*5#
Local network call ? *123*6#
Night GPRS pack ? *123*8#
Video Call Balance ? *123*9#
Customer care Eastern region ? 9400024365
FnF Numbers Enquiry ? Dial *124#
SMS Balance Enquiry ? Dial *125#
Voice Packs Info – (RC200) ? *126#
Last Call Charge Details ? *102#
Data Balance Enquiry ? *234#
  
TATA DOCOMO USSSD Code
Know Your Number ? *1# or *580#

Balance Check ? *111#

GPRS or Internet Data Check ? *111*1#

Customer Care ? 121

DND(Do Not Disturb) Call ? 1909 or SMS ? START DND to 1909

Recharge *135*2<Recharge Pin>#

Balance Inquiry ? *191*2#

Validity ? *191*3#

Service Points ? *191*4#

Last 3 Recharge History ? *191*5#

Status of free usage(Pool Balance) ? *191*6#

Start/Stop Services ? *191*7#

Service Request ? *191*8#

Customer Preference ? *191*9*1#

Home Zone Locations ? *191*9*2#

Daily SMS Count ? *191*9*3#

DATA ? *191*9*4#

CALL ? *191*9*5#

Prepaid Bill Request ? *191*9*6#

Edit & Add Account Details ? *191*9*7#

Special Offers ? *191*9*8#

3G Internet Packs ? *141*1#

Local Flavour ? *141*2#

ILD Packs ? *141*3#

New Internet Packs ? *141*4#

Daily/Weekly Packs ? *141*5#

Music Unlimited ? *141*6#

Chat Zone ? *141*7#

Discount Zone ? *141*8#

Talk More ? *141*9#

idea USSD Code

Idea Customer Care Number ? 12345

Idea Complaint ? 198
Balance Checker ? *123# or *130# or *212#
3G Activation ? ACT 3G to 12345
Activated Service For Idea Live TV ? 3GTV To 54777
Activated Service For idea GPRS ? FRESH To 4666
Deactivated Service For idea Cricket ? UNSUB ONDCKTPOR To 55456
Idea Service Number ? *147#
Idea GPRS Setting ? SET to 54671
Hunny Bunny Hello Tune ? HB to 56789
Your Idea Number ? *100#
Check Mobile Number :? *789# or *100# ( For Karnataka )
SMS Balance ? *161*1# or *451#
DND Service ? START 0 to 1909 or Call 1909
Balance Transfer ? *567*<receiver no><space><Amount>#
Transfer Limit ? Rs. 10 to 50
Uninor USSD code
Balance Check ? *222*2#
Check SIM Card Number ? *222*4#
Videocon USSD Codes:

Balance Check ? *123#
Reliance USSD Codes

To know your own Reliance Mobile Number – *1#

To Check balance or validity period – *367# ,*333*1*1*1#, *306# & *702#

Special Packs – *777#

Caller Tunes – *999#

Packs – *123# or *321#

Latest Balance information – *333*1*2*1#

VAS balance – *333*1*4*1#

To Activate Caller Tune – *333*3*1*1#

To Deactivate Caller Tune – *333*3*1*2#

Local Call balance – *367*2#

Common access No. or admin menu – *369 or *369#

GPRS data balance – *367*3#

GPRS data balance check – SMS MBAL and send to 55333

Reliance customer care – *333 , *369

To Activate Miss Call alerts – *333*3*2*1#

To Deactivate Miss call alerts – *333*3*2*2#

For GPRS setting – SMS ALL to 55100

Reliance Voucher – *368# or *305*14 digit pin# and call info 58401 Free Internet – *123*099#



















Do You Know About Islam?

1. खुदा ने महबूब को मां के पेट से
पैदा किया ताकि लोग खुदा ना समझें ।

2. बचपन मे बकरियाँ चरवाई ताकि लोग
खुदा ना समझें ।

3. आप ने निकाह कीया ताकि लोग
खुदा ना समझें ।

4. आप ने खाली पेट फाके किये ताकि लोग
खुदा ना समझें ।

5. आप ने नमाजे पडी अल्लाह की तिलावत
की ताकि लोग खुदा ना समझें ।

लेकिन -

1. अल्लाह ने आप को अपना हबीब
बनाया ताकि लोग अपनी तरह ना समझें ।

2. आप के पसीने मुबारक से खुशबू
अता की ताकि लोग अपनी तरह ना समझें ।

3. आप कि हाथों कि उंगलियों से पानि के चश्मे
बहाए ताकि लोग अपनी तरह ना समझें ।

4. आप कि उंगलियों के इशारे से चांद के दो टुकडे
किये ताकि लोग अपनी तरह ना समझें ।

5. आप के जिस्मे पाक
का कभी भी शाया ना पडा ताकि लोग
अपनी तरह ना समझें ।

Agar pasand aaye to share jarur kare...
इस्लाम की कुछ खास बाते,
प्लीज इसे जरूर पढ़े और अच्छा लगे
तो ज्यादा से ज्यादा share करे और
अपने दोस्तों को टैग करे.....
1. किसी को दुःख देने
वाला कभी खुश नहीं रह सकता (हजरत अली R.A.)

2. किसी की बेबसी पर मत हसो ये
वक़्त तुम पर भी आ सकता है (हजरत अली R.A.)

3. किसी की आँख तुम्हारी वजह से नम
न हो ! क्यूँ के तुम्हे उसके हर आंसू का क़र्ज़
चुकाना होगा (हजरत अली R.A.)

4. मजलूम और नमाज़ी की आह से
डरो क्युकी आह
किसी की भी हो अर्श को चिर कर
अल्लाह के पास जाती है ! (हजरत
अली R.A.)

5. उस दिन पे आँशु बहाव जो तुमने
नेकी के बिना गुजर है (हजरत अली
R.A.)

6. जालिमो को माफ़
करना मज़लूमो पे जुल्म है (हजरत अली R.A.)

7. ज़बान दुरुस्त हो जाये तो दिल
भी दुरुस्त हो जाता है ! (हजरत अली R.A.)

8. जहा तक हो सके लालच से
बचो लालच में ज़िल्लत है ज़िल्लत (हजरत अली R.A.)

हज़रात मुहम्मद सल्लाह्हो अलय्हे व
सल्लम ने फ़रमाया:
4 चीजे आपको परेशान और बीमार
करती है !:
1. ज्यादा बाते करना
2. ज्यादा सोना
3. ज्यादा खाना
4. ज्यादा लोगो से मिलना - जुलना
4 चीजे आपको ख़तम करती है :
1. टेंशन
2. गम
3. भूक
4. देर से सोना

हज़रात  अली  ने  फ़रमाया हमेसा    समझोता  करना  सीखो  क्यूंकि  थोडा  सा  झुक  जाना  किसी  रिश्ते  का  हमेशा  के  लिए  टूट  जाने  से  बेहतर  है  इस  पर , आप  सल्लल्लाहु  अलैहि  वस्सलाम   ने  फ़रमाया : अगर  झुक  जाने  से  तुम्हारी  इज्जत    घट  जाये  तो  क़यामत  के  दिन  मुझसे  ले  लेना

سبحان الله 

नबी  करीम  (सल्लाहु  वलैहि  वस्सलाम ) ने  फरमाया  : इन मौक़ों  पर  फ़ौरन  दुआ  मांगो .., उस  वक़्त  दुआ  रद्द  नहीं  होगी ,
1) जब  धुप  में  बारिश  हो  रही  हो , 
2) जब  अज़ान  हो  रही  हो .
3) सफर  के  दोरान ..
4) जुमा  के  दिन ..
5) रात  को  आँख  खुले  तो  उस  वक़त ..
6) मुसीबत  के  वक्त ..
7) फ़र्ज़  नमाज़ों  के  बाद ..
आप  (सल्लाहु  वलैहि  वस्सलाम ) ने  फरमाया : अल्लाह  उस  के  चेहरे  को  रोशन  करे  जो  हदीस  सुन  के  आगे  पोहंचता  है ."

1) سبحان الله 
2)الحمد لله
3) الله اكبر

Have You Check Expiry Date Of Your LP Gas Cylinder?

आपनी एवं आपने परिवार की सुरक्षा के लिए 2 मिनिट का समय निकाल कर इसे अवश्य पढ़े ......

L.P.G.गैस सिलेण्डर की भी "एक्सपायरी डेट" होती है।

एक्सपायरी डेट निकलने के बाद गैस सिलेण्डर को इस्तेमाल करना बम की तरह खरतनाक हो सकता है। आमतौर पर गैस सिलेण्डर की रिफील लेते समय उपभोक्ताओं का ध्यान इसके वजन और सील पर ही होता है।

उन्हें सिलेण्डर की एक्सपायरी डेट की जानकारी ही नहीं होती। इसी का फायदा एलपीजी की आपूर्ति करने वाली कंपनियां उठाती हैं और धड़ल्ले से एक्पायरी डेट वाले सिलेण्डर रिफील कर हमारे घरों तक पहुंचाती हैं।

यहीं कारण है कि गैस सिलेण्डरों से हादसे होते हैं।

~कैसे पता करें एक्सपायरी डेट~

सिलेण्डर के उपरी भाग पर उसे पकड़ने के लिए गोल रिंग होती है और इसके नीचे तीन पट्टियों में से एक पर काले रंग से सिलेण्डर की एक्सपायरी डेट अंकित होती है। इसके तहत अंग्रेजी में A, B, C तथा D अक्षर अंकित होते है तथा साथ में दो अंक लिखे होते हैं।

A अक्षर साल की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च),

B साल की दूसरी तिमाही (अप्रेल से जून),

C साल की तीसरी तिमाही (जुलाई से सितम्बर)
तथा

D साल की चौथी तिमाही अर्थात अक्टूबर से दिसंबर को दर्शाते हैं।

इसके बाद लिखे हुए दो अंक एक्सपायरी वर्ष को संकेत करते हैं।

यानि यदि सिलेण्डर पर A 11 लिखा हुआ हो तो सिलेण्डर की एक्सपायरी मार्च 2011 है। इस सिलेण्डर का "मार्च 2011" के बाद उपयोग करना खतरनाक होता है।

इस प्रकार के सिलेण्डर बम की तरह कभी भी फट सकते हैं। ऐसी स्थिति में उपभोक्ताओं को चाहिए कि वे इस प्रकार के एक्सपायर सिलेण्डरों को लेने से मना कर दें तथा आपूर्तिकर्त्ता एजेंसी को इस बारे में सूचित करें।

Check Your LPG Gas Cylinder Expiry Date.

LPG gas is the most used cooking fuel in India and many other countries. Not only does it make your mother's kitchen work convenient, it is also a live bomb sitting just next to her almost all the time.

Did you know that there is an expiry date (physical life) for LPG cylinders? Expired Cylinders are not safe for use and can cause lethal accidents.

Here is how you can check the expiry date of LPG cylinders:
On one of three side stems of the cylinder, the expiry date is coded alpha numerically which starts with A, B, C or D followed by a two digit number. e.g. D06.

The alphabets stand for quarters -

A for March (First Qtr),B for June (Second Qtr),C for Sept (Third Qtr),D for December (Fourth Qtr).

The digits stand for the year till it is valid. Hence D-06 would mean December quarter of 2006.

So next time your delivery boy comes with a re-fill cylinder, make sure you check the expiry date. Many local LPG re-fillers even conceal the date, usually by pasting some sticker over it. So please be extra careful while checking

If you get a cylinder post expiry date, please return it back immediately, they are highly prone to leaking or bursting causing serious injuries and can even take life.

Although finding the expiry date is not hard at all if you know the trick, an average common man would almost never be able to decipher it. I wonder how difficult it is for the LPG companies to write something like "exp: Dec-2006"instead of such an alien code. Or may be they too want to conceal it? Any way, here's an easy way - Just enter your code in the box below to get the correct expiry date.

 Calculate date

The most imminent danger is to your mother, wife, sister... Kindly pass this on, for creating awareness.

Monday, 29 December 2014

Who Is Afraid Of PK? पीके से कौन डरता है?

वह किसी दूसरे ग्रह से आया था। यह समझ नहीं पा रहा था कि धरती पर धर्म की रेखाएं किसने खींची हैं। वह इंसान की पीठ पर उसकी मोहर खोज रहा था। वह देवताओं से प्रकट होने का आह्वान कर रहा था। वह देवताओं के खो जाने की ख़बर दे रहा था। वह देवताओं को अपने बचाव के लिए इस्तेमाल कर रहा था।
उसकी इन गुस्ताखियों से देवता रूठे होते तो विधू विनोद चोपड़ा की बनाई और राजू हिरानी की निर्देशित आमिर खान की फिल्म पीके इतनी कामयाब नहीं होती। भक्तों से भरी हुई यह दुनिया भी नाराज़ हुई होती तो उसने सवा दो सौ करोड़ इस फिल्म को नहीं दिए होते। लेकिन देवताओं और उन्हें मानने वालों के बीच खड़े मंदिरों-मस्जिदों, गिरिजाघरों और मठों में बैठे कुछ गुरु, महंत, बाबा नाराज़ हैं कि पीके ने उनका मज़ाक बनाया है। इसके पीछे वे अपने-अपने ढंग से अपने-अपने पंथ का अपमान देख रहे हैं।
  नहीं, पीके कोई महान फिल्म नहीं है। वह एक कारोबारी फिल्म ही है जो मनोरंजन करती है। बेशक, यह मनोरंजन करते-करते वह कुछ अंधविश्वासों पर प्रहार करती है, कुछ पाखंडों की तरफ़ ध्यान खींचती है। लेकिन यह फिल्म भक्तों की कलई खोलती है, मगर भगवान से डर जाती है। वह किसी ईश्वर, किसी देवता, किसी मठ को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश तक नहीं करती। उसे अंदाज़ा है कि हिंदुस्तान को भले इसकी ज़रूरत हो, लेकिन धर्म और सियासत की दुकानें चलाने वालों को ये मंज़ूर नहीं होगा।
  मगर पीके अगर भगवान से डर रही है तो धर्म के ठेकेदार पीके से डरे हुए हैं। क्योंकि उन्हें भी भगवान को नहीं, अपने उस पाखंड को बचाना है जिससे उनकी दुकान चलती है। इस हिंदुस्तान में अब देवताओं की परीक्षा कुछ ज़्यादा ही कड़ी हो गई है।
मंदिरों-मस्जिदों मठों में अब देवताओं से ज़्यादा ऐसे भक्त काबिज़ हैं जो धर्म से ज़्यादा राजनीति का खेल खेलते हैं। इन्हें आधुनिकता डराती है, खुलापन डराता है, मनोरंजन डराता है, सदभाव भी आतंकित करता है। वे सबको गीता पढ़ाना चाहते हैं, लेकिन ईश्वर के विराट रूप पर ख़ुद भरोसा नहीं करते। वे एक फिल्म के जवाब में फिल्म नहीं बना सकते, वे एक कविता के जवाब में अच्छी कविता नहीं लिख सकते, वे एक पेंटिंग के जवाब में अच्छी पेंटिंग नहीं बना सकते। उन्हें बस जलाना, तोड़ना और ध्वस्त करना ही आता है। ऐसे भक्तों से देवता भी डरते हैं।

'पीके' का कोई भी सीन हटाने से सेंसर बोर्ड का साफ इनकार
बॉलीवुड स्टार आमिर खान की फिल्म 'पीके' के कथित आपत्तिजनक दृश्यों पर पाबंदी लगाने की हिंदूवादी संगठनों की मांग के बीच सेंसर बोर्ड ने ऐसी कोई भी कार्रवाई करने से साफ इनकार कर दिया है।
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) की अध्यक्ष लीला सैमसन ने कहा कि बोर्ड 'पीके' से कोई भी दृश्य नहीं हटाएगा, क्योंकि यह फिल्म पहले ही रिलीज की जा चुकी है।
लीला ने बताया, 'हर फिल्म किसी न किसी की धार्मिक भावनाएं आहत कर देती है... हम गैर-जरूरी तरीके से दृश्य नहीं हटा सकते। रचनात्मक प्रयास नाम की एक चीज होती है, जिससे लोग अपने अंदाज में चीजों को पेश करते हैं। हम पहले ही 'पीके' को प्रमाण-पत्र दे चुके हैं। अब हम कुछ भी नहीं हटा सकते, क्योंकि यह पहले ही सार्वजनिक हो चुकी है।'
राजकुमार हिरानी के निर्देशन में बनी फिल्म 'पीके' भारत में फल-फूल रहे बाबाओं के बाजार पर एक कटाक्ष है और आमिर इसमें मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। इस फिल्म में अनुष्का शर्मा, संजय दत्त और सुशांत सिंह राजपूत ने भी अभिनय किया है।

(Ndtv India)

Discrimination With Aamir Khan?

आमिर खान ने जब मँगल पाँडे बनकर अंग्रेजों के
खिलाफ बगावत किया था ,

जब अजय सिँह राठौड़ बनकर
पाकिस्तानी आतँकवादी गुलफाम हसन
को मारा था.

जब आमिर ने फुन्सुक वाँगड़ू (रैंचो) बनकर पढ़ने और
जीने का तरीका सिखाया था.

जब भुवन बनकर ब्रिटिश सरकार से लड़कर अपने
गाँव का लगान माफ कराया था।

जब टीचर बनकर बच्चों की प्रतिभा कैसे
निखारी जाए सिखाया था।

सत्यमेव जयते ।

जिसको देख कर काफी जागरूकता आई

तब आमिर एक देशभक्त और जिम्मेदार
नागरिक था।
.
.
पर जब आमिर ने pk फिल्म से धर्म के नाम पर
पाखण्ड और अंधविश्वास को उजागर
किया है।
तो एक देशभक्त और मंझा हुआ
कलाकार मुसलमान हो गया।

आमिर का मुसलमान के नाम पर विरोध
वही कर रहे है जो चाहते है धर्म
का धंधा चलता रहे।

चढ़ोत्तरी आती रहे।
लोग धर्म के नाम पर मरते कटते रहे !

OMG में भगवान पर मुक़दमा ठोकने वाले परेश रावल को तो संसद बना दिया और अब PK का विरोध , कुछ समझ नहीं आया .

Sunday, 28 December 2014

Ant And Grosshopper

Indian Version of story
too good and fact
Original Story:
The Ant works hard in the withering heat all summer building its house and
laying up supplies for the winter. The Grasshopper thinks the Ant is a fool
and laughs dances plays the summer away. Come winter, the Ant is warm and
well fed. The Grasshopper has no food or shelter so he dies out in the
cold.
Indian Version:
The Ant works hard in the withering heat all summer building its house and
laying up supplies for the winter. The Grasshopper thinks the Ant's a fool
and laughs dances plays the summer away.
Come winter, the shivering Grasshopper calls a press conference and demands
to know why the Ant should be allowed to be warm and well fed while others
are cold and starving.
NDTV, BBC, CNN , Asianet show up to provide pictures of the shivering Grasshopper
next to a video of the Ant in his comfortable home with a table filled with
food.
The World is stunned by the sharp contrast. How can this be that this poor
Grasshopper is allowed to suffer so?
Arundhati Roy stages a demonstration in front of the Ant's house.
Medha Patkar goes on a fast along with other Grasshoppers demanding that
Grasshoppers be relocated to warmer climates during winter .
Mayawati states this as 'injustice' done on Minorities.
Amnesty International and Koffi Annan criticize the Indian Government for
not upholding the fundamental rights of the Grasshopper.
The Internet is flooded with online petitions seeking support to the
Grasshopper (many promising Heaven &amp; Everlasting Peace for prompt support
as against the wrath of God for non-compliance) .
Opposition MPs stage a walkout. Left parties call for 'Bengal Bandh' in
West Bengal and Kerala demanding a Judicial Enquiry.
CPM in Kerala immediately passes a law preventing Ants from working hard in
the heat so as to bring about equality of poverty among Ants and
Grasshoppers.
Railway minister allocates one free coach to Grasshoppers on all Indian Railway
Trains, aptly named as the 'Grasshopper Rath'.
Finally, the Judicial Committee drafts the 'Prevention of Terrorism Against
Grasshoppers Act'[POTAGA] , with effect from the beginning of the winter..
Education minister makes 'Special Reservation' for Grasshoppers in Educational
Institutions in Government Services.
The Ant is fined for failing to comply with POTAGA and having nothing left
to pay his retroactive taxes, it's home is confiscated by the Government
and handed over to the Grasshopper in a ceremony covered by NDTV, BBC, CNN.
Arundhati Roy calls it 'A Triumph of Justice'.
Railway minister calls it 'Socialistic Justice'.
CPM calls it the 'Revolutionary Resurgence of the Downtrodden'
Koffi Annan invites the Grasshopper to address the UN General Assembly.
Many years later...
The Ant has since migrated to the US and set up a multi-billion dollar
company in Silicon Valley ,
100s of Grasshoppers still die of starvation despite reservation somewhere
in India ,
....AND
As a result of losing lot of hard working Ants and feeding the
grasshoppers, India is still a developing country...!!
I have no idea from whose creative mind this has come from, but this piece is awesome....

तहजीब मर जाने की कहानी

तहजीब मर जाने की कहानी है अयोध्या
कहते हैं अयोध्या में राम जन्मे. वहीं खेले कूदे बड़े हुए. बनवास भेजे गए. लौट कर आए तो वहां राज भी किया. उनकी जिंदगी के हर पल को याद करने के लिए एक मंदिर बनाया गया. जहां खेले, वहां गुलेला मंदिर है.
जहां पढ़ाई की वहां वशिष्ठ मंदिर हैं. जहां बैठकर राज किया वहां मंदिर है. जहां खाना खाया वहां सीता रसोई है. जहां भरत रहे वहां मंदिर है. हनुमान मंदिर है. कोप भवन है. सुमित्रा मंदिर है. दशरथ भवन है. ऐसे बीसीयों मंदिर हैं. और इन सबकी उम्र 400-500 साल है. यानी ये मंदिर तब बने जब हिंदुस्तान पर मुगल या मुसलमानों का राज रहा.
अजीब है न! कैसे बनने दिए होंगे मुसलमानों ने ये मंदिर! उन्हें तो मंदिर तोड़ने के लिए याद किया जाता है. उनके रहते एक पूरा शहर मंदिरों में तब्दील होता रहा और उन्होंने कुछ नहीं किया! कैसे अताताई थे वे, जो मंदिरों के लिए जमीन दे रहे थे. शायद वे लोग झूठे होंगे जो बताते हैं कि जहां गुलेला मंदिर बनना था उसके लिए जमीन मुसलमान शासकों ने ही दी. दिगंबर अखाड़े में रखा वह दस्तावेज भी गलत ही होगा जिसमें लिखा है कि मुसलमान राजाओं ने मंदिरों के बनाने के लिए 500 बीघा जमीन दी. निर्मोही अखाड़े के लिए नवाब सिराजुदौला के जमीन देने की बात भी सच नहीं ही होगी.
सच तो बस बाबर है और उसकी बनवाई बाबरी मस्जिद! अब तो तुलसी भी गलत लगने लगे हैं जो 1528 के आसपास ही जन्मे थे. लोग कहते हैं कि 1528 में ही बाबर ने राम मंदिर तोड़कर बाबरी मस्जिद बनवाई. तुलसी ने तो देखा या सुना होगा उस बात को. बाबर राम के जन्म स्थल को तोड़ रहा था और तुलसी लिख रहे थे मांग के खाइबो मसीत में सोइबो. और फिर उन्होंने रामायण लिखा डाली. राम मंदिर के टूटने का और बाबरी मस्जिद बनने क्या तुलसी को जरा भी अफसोस न रहा होगा! कहीं लिखा क्यों नहीं!
अयोध्या में सच और झूठ अपने मायने खो चुके हैं. मुसलमान पांच पीढ़ी से वहां फूलों की खेती कर रहे हैं. उनके फूल सब मंदिरों पर उनमें बसे देवताओं पर.. राम पर चढ़ते रहे. मुसलमान वहां खड़ाऊं बनाने के पेशे में जाने कब से हैं. ऋषि मुनि, संन्यासी, राम भक्त सब मुसलमानों की बनाई खड़ाऊं पहनते रहे. सुंदर भवन मंदिर का सारा प्रबंध चार दशक तक एक मुसलमान के हाथों में रहा. 1949 में इसकी कमान संभालने वाले मुन्नू मियां 23 दिसंबर 1992 तक इसके मैनेजर रहे. जब कभी लोग कम होते और आरती के वक्त मुन्नू मियां खुद खड़ताल बजाने खड़े हो जाते तब क्या वह सोचते होंगे कि अयोध्या का सच क्या है और झूठ क्या?
अग्रवालों के बनवाए एक मंदिर की हर ईंट पर 786 लिखा है. उसके लिए सारी ईंटें राजा हुसैन अली खां ने दीं. किसे सच मानें? क्या मंदिर बनवाने वाले वे अग्रवाल सनकी थे या दीवाना था वह हुसैन अली खां जो मंदिर के लिए ईंटें दे रहा था? इस मंदिर में दुआ के लिए उठने वाले हाथ हिंदू या मुसलमान किसके हों, पहचाना ही नहीं जाता. सब आते हैं. एक नंबर 786 ने इस मंदिर को सबका बना दिया. क्या बस छह दिसंबर 1992 ही सच है! जाने कौन.
छह दिसंबर 1992 के बाद सरकार ने अयोध्या के ज्यादातर मंदिरों को अधिग्रहण में ले लिया. वहां ताले पड़ गए. आरती बंद हो गई. लोगों का आना जाना बंद हो गया. बंद दरवाजों के पीछे बैठे देवी देवता क्या कोसते होंगे कभी उन्हें जो एक गुंबद पर चढ़कर राम को छू लेने की कोशिश कर रहे थे? सूने पड़े हनुमान मंदिर या सीता रसोई में उस खून की गंध नहीं आती होगी जो राम के नाम पर अयोध्या और भारत में बहाया गया?
अयोध्या एक शहर के मसले में बदल जाने की कहानी है. अयोध्या एक तहजीब के मर जाने की कहानी है.
। पढ़ें और सोचें क्यों एक शहर अब एक मसअला है ?  

Wasim Akram Tyagi jee ki wall se...

बद निगाही से परहेज़

एक नौजवान किसी बुज़ुर्ग की ख़िदमत में हाज़िर हुआ और कहने लगा
हज़रत आप फरमाते हैं कि बद निगाही से परहेज़ करो।
पर मैं नौजवान हूँ , बाजार से गुज़रते हुए मेरी निगाह क़ाबू में नहीं रहती मैं क्या करूँ..?
बुज़ुर्ग ने कहा - "मैं ये राज़ समझाऊंगा पर पहले मेरा एक काम कर दो"।
उस ने कहा मैं तैयार हूँ तो फरमाया कि फलाँ बुज़ुर्ग बाज़ार में रहते हैं , उनको ये दूध का प्याला पहुँचा के आ जाओ।
नौजवान तैयार हो गया
बुज़ुर्ग ने आगे कहा "दूध को गिरने मत देना"।
नौजवान ने कहा - "आप फिक्र न करें, एक क़तरा भी नहीं गिरेगा"।
बुज़ुर्ग ने कहा ठीक है अगर एक क़तरा भी नीचे गिर गया तो एक बन्दे को साथ में भेजुंगा और जैसे ही दूध का कोई क़तरा नीचे गिरा तो यह बन्दा तुम्हें वहीं पे थप्पड़ मारेगा और ज़लील करेगा।
नौजवान ने कहा मन्ज़ूर है और फिर बुज़ुर्ग ने दूध का प्याला लबालब भर के उसे दे दिया और एक ताक़तवर आदमी को उस के साथ भेज दिया।
अब वो नौजवान बड़ी एहतियात के साथ चलते हुए, बचते बचाते बिल आखिर अपनी मन्ज़िल पे पहुँच गया।
फिर ख़ुशी ख़ुशी वापस लौट कर बुज़ुर्ग के पास आकर कहने लगा कि हज़रत वो दूध का प्याला मैनें मन्ज़िल तक पहुँचा दिया , अब मुझे नज़र की हिफाज़त का तरीक़ा बतायें।
बुज़ुर्ग ने फरमाया "नौजवान" दूध तो तुमने पहुँचा दिया पर आज बाज़ार से गुजरते हुए तुम ने कितने लोगों को देखा..?
कहने लगा "इधर उधर ध्यान ही नहीं था"।
बुज़ुर्ग - क्यों नहीं था....?
नौजवान - हज़रत दिल में ख़ौफ था कि अगर दूध का एक क़तरा भी नीचे गिर गया तो साथ चलने वाला मुझे भरे बाज़ार में जूते लगाएगा और मेरी रूसवायी होगी।
तो बुज़ुर्ग ने फरमाया कि अल्लाह वालों का भी यही हाल होता है।-वो समझते हैं कि अगर गुनाह के ज़रिये ये दिल का प्याला छलक गया तो क़यामत के दिन सरे आम रूस्वाई होगी।
इसी लिए उन की निगाह इधर उधर नहीं उठती।